भारत का दिल कहा जाने वाला मध्यप्रदेश, पर्यटकों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है, और ऐसा इसलिए क्योंकि यहां पर झरने और जंगल जैसी प्राकृतिक धरोहरों के साथ कई ऐतिहासिक किले और पवित्र तीर्थ स्थल हैं, जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं.
यहां आने वाले टूरिस्ट को रिलैक्स्ड और हेल्दी स्टे देने के उद्देश्य से मध्य प्रदेश टूरिज़्म ने आयुर्वेद के कुछ वेलनेस सेंटर्स शुरु किये हैं, जिससे यहां रुकने वाले ना केवल पूरी तरह से रिलैक्स हो सकें, बल्कि अपनी बीमारियों का इलाज भी करवा सकें. इसीलिए टूरिज्म विभाग ने बेंगलुरु की जानीमानी आयुर्वेदिक कंपनी रमैया ग्रुप से हाथ मिलाया. मई 2021 में ये टाई-अप होने के बाद से अब तक प्रदेश में पचमढ़ी, बांधवगढ़, अमरकंटक और कान्हा की मोचा यूनिट के अलावा हाल ही में माहेश्वर में स्थित रिट्रीट में सेंटर्स खोले गए हैं जिसका पर्यटक लाभ उठा रहे हैं. और अब तो साल के अंत तक अमरकंटक में एक कम्पलीट वैलनेस यूनिट भी खोलने की योजना है.
इन वेलनेस सेंटर्स में दी जाने वाली थेरेपीज़ में हेड मसाज, बॉडी स्पा, स्टीम, पैरों की मसाज शामिल हैं. इन सभी थेरेपीज़ से ना केवल लोगों को शारिरिक बल्कि मानसिक शांति और ताज़गी का भी एहसास होता है.
देश में धर्म और आस्था पर बेस्ड पर्यटन का चलन पुराना है और अब भी चलता आ रहा है जिसे आध्यात्मिक पर्यटन का नाम दिया गया है. और जब बात आध्यात्मिक पर्यटन की हो तो धार्मिक तीर्थ स्थलों और मंदिरों से समृद्ध मध्य प्रदेश का नाम सबसे पहले आता है, ऐसा इसलिए क्योंकि...
भगवान शिव के 12 ज्योर्तिलिंगों में से 2 ज्योर्तिलिंग महाकालेश्वर और ओंकारेश्वर मध्य प्रदेश में है. महाकालेश्वर में महाकाल की ब्रह्म मुहूर्त में भस्म आरती और रात की शयन आरती इतनी दिव्य और भव्य होती है मानो शिव साक्षात विराजमान हो, वहीं उज्जैन से लगभग 140 किलोमीटर दूर, खंडवा ज़िले के ओंकारेशवर में पवित्र द्वीप "ॐ" के आकार में बना हुआ है. ओम्कारेश्वर में नर्मदा और कावेरी नदी के पवित्र संगम के दर्शन भी होते हैं. इसके अलावा इस धाम में मोर के आकार का बना तीन मंज़िला सोमनाथ मंदिर भी है. यहीं से लगा हुआ माहेश्वर शहर, रानी देवी अहिल्या बाई द्वारा बनाये गए किले और दूसरे मंदिरों को संजोये हुए है. इसमें लगभग 1.5 किलोमीटर लंबा स्नानघाट भी बना हुआ है जहां पर्यटक नाव की सैर का भी आनंद उठाते हैं.
मध्यप्रदेश के इन प्रमुख धार्मिक स्थलों के अलावा भी यहां कई तीर्थ स्थल और मंदिर हैं, जहां बड़ी संख्या में पर्यटक देश-विदेश से आते हैं. नर्मदा नदी का उद्गम स्थल अमरकंटक, चित्रकूट में कादंबरी पहाड़ी, बुरहानपुर में हर धर्म के तीर्थ स्थल, ग्वालियर से लगभग 60 किलोमीटर दूर स्थित, सोनगिरि में प्रसिद्ध जैन मंदिर, खजुराहो में प्राचीन हिन्दू और जैन मंदिरों की एक श्रंखला, भगवान शिव को समर्पित भोजपुर मंदिर, ओरछा में राजा राम मंदिर ऐसे धार्मिक स्थल है जो खुद में धार्मिक आध्यात्म के इतिहास की कहानी को बताते हैं.