बुद्ध पूर्णिमा (Buddha Purnima 2022) भारत में बौद्ध धर्म का सबसे प्रमुख त्योहार है. ये दिन श्रद्धालुओं को भगवान बुद्ध के जन्म, ज्ञान प्राप्ति और मृत्यु (Buddha Birth, enlightenment)) के सम्मान में मनाया जाता है. ये उत्सव मानवता औऱ सभी जीवों की सम्मान पर केंद्रित है. भारत में बुद्ध धर्म से जुड़ी विरासत (Buddhist religious places in India) काफी प्राचीन है. भारत में स्थित अलौकिक मंदिर, स्तूप और स्थल पूरे विश्व से बौद्ध अनुयायियों के आकर्षण का केंद्र रहे हैं. बुद्ध पूर्णिमा पर जानते हैं ऐसे ही ख़ास स्थलों के बारे में.
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बोधगया, बिहार
कहते हैं कि इस स्थान पर महात्मा बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. महाबोधि मंदिर, बोध गया स्थित प्रसिद्ध बौद्ध विहार है.
सारनाथ, उत्तर प्रदेश
भगवान बुद्ध ने इसी जगह पर अपना पहला उपदेश दिया था. इसी जगह से धर्मचक्र प्रवर्तन शुरू हुआ और यहां बोद्ध धर्मशाला भी है.
कुशीनगर, उत्तर प्रदेश
गोरखपुर के कसिया नाम की जगह को ही कुशीनगर भी कहा जाता है. 80 साल की उम्र में गौतम बुद्ध ने दो साल पेड़ों के बीच यहीं महापरिनिर्वाण (इसका अर्थ है मुक्ति या अंतिम मृत्यु) प्राप्त किया था.
कौशांबी, उत्तर प्रदेश
इसे प्राचीन काल में बुद्ध नगरी के नाम से जाना जाता था. धन्ना सेठ घोषिता रामके द्वारा आमंत्रित करने पर महात्मा बुद्ध इस स्थान पर आए थे.