'Ae Watan Mere Watan': फिल्म 'ऐ वतन मेरे वतन' में सारा अली खान (Sara Ali Khan) उषा मेहता का किरदार निभा रही हैं. 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान उषा एक अंडरग्राउंड रेडियो स्टेशन चलाती थीं. कांग्रेस रेडियो एक अवैध रेडियो स्टेशन था जो स्वतंत्रता और एंटी ब्रिटिश प्रोपेगैंडा के मेसेज को प्रसारित करने के लिए सीक्रेट तरीके से चलाया जाता था.
उस समय सिर्फ 22 साल की उषा मेहता ने इस अवैध रेडियो स्टेशन को चलाने के लिए अपने सहयोगियों के साथ अपनी जान जोखिम में डाल दी, जिसने ब्रिटिश शासन के खिलाफ पब्लिक ओपिनियन जुटाने में अहम भूमिका निभाई.
बता दें कि 'ऐ वतन मेरे वतन' का ट्रेलर रिलीज हो गया है और फिल्म का प्रीमियर 21 मार्च को प्राइम वीडियो पर होगा. कन्नन अय्यर ने इस फिल्म को डायरेक्ट किया है, जिसमें सारा अली खान उषा मेहता की भूमिका में हैं.
उषा मेहता एक प्रसिद्ध भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता और स्वतंत्रता सेनानी थी. उनका जन्म 25 मार्च 1920 को हुआ था और वे गुजरात के शहर सूरत में पैदा हुई थीं. उषा मेहता ने अपने जीवन में देश के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और एक सामाज सुधारक के रूप में अपने आप को समर्पित किया.
उषा मेहता का प्रमुख योगदान आज़ादी आंदोलन के दौरान था जब वे महात्मा गाँधी के नेतृत्व में रेडियो प्रसारण और सन्देश प्रसार का काम करती थी. उनका प्रमुख कार्यक्षेत्र आज़ाद हिन्द रेडियो था जो 1942 से 1944 तक चला. वे ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध समाचार और प्रसारण को ऑर्गेनाइज करने में अहम भूमिका निभाती थीं और लोगों को आज़ादी के सन्देश को सुनाती थीं.
उषा मेहता ने आज़ादी आंदोलन में अपने योगदान के लिए 1942 में 'क्विट इंडिया मूवमेंट' में भी भाग लिया. उन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए अपने जीवन को समर्पित कर दिया और ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध संघर्ष किया.
उनके सामाजिक और राजनितिक योगदान के लिए उषा मेहता को बाद में देश के सम्मानित पुरस्कारों में से एक 'पद्मा विभूषण' से सम्मानित किया गया. उनकी प्रतिभा, साहस और देशप्रेम ने उन्हें एक सामाजिक नेता और स्वतंत्रता सेनानी के रूप में अमर बना दिया.
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