अगर आप अपनी वर्क लाइफ और पर्सनल लाइफ को सही से बैलेंस नहीं कर पा रहे हैं तो यकीन मानिये आप इस संघर्ष में अकेले नहीं है. आपको समझने की ज़रूरत है कि टाइम मैनेजमेंट कैसे करे, काम से खुद को अलग कर अपना ख्याल कैसे रखें.
आपको अंदाज़ा भी नहीं कि आपकी स्ट्रेसफुल वर्क लाइफ आपको कितना नुकसान पहुंचा सकती है. ना सिर्फ मेंटली बल्कि फिज़िकली भी. हम बता रहे हैं कुछ ऐसे टिप्स जिसे आपको फॉलो करना चाहिए जिससे आप तनाव को कम करके अपना ख्याल रख सकें.
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अपनी सेहत को प्राथमिकता दें (Prioritise your health )
स्ट्रेस से निपटने और वर्ल लाइफ में बैलेंस बनाने के लिए एक हेल्दी लाइफस्टाइल बेहद ज़रूरी है. अच्छा खाएं, फिजिकल एक्टिविटीज़ को अपने डेली रूटीन में शामिल करें. और हां, पर्याप्त नींद ज़रूर लें
लक्ष्य और प्राथमिकताएं तय करें (Set goals and priorities)
टाइम मैनेजमेंट स्ट्रेटेजी बनाकर अपनी टू-डू लिस्ट तैयार करें और लिस्ट से ऐसे कामों को बाय-बाय कहें जो या तो गैरज़रूरी हैं या उनकी वैल्यू नहीं है. अपने दिन को सही तरीके से मैनेज करने पर ना सिर्फ आपकी प्रोडक्टविटी बढ़ती है बल्कि आपको काम के बीच आराम करने के लिए अधिक खाली समय मिल सकता है.
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डी-स्ट्रेस (De-stress)
कॉर्पोरेट कर्मचारियों के लिए डेडलाइन पूरा करने का स्ट्रेस और एंग्ज़ायटी समय के साथ बढ़ता जाता है. इसीलिए काम पर जाने और वहां से आने के दौरान कम से कम 5 मिनट के लिए दो बार गहरी सांस लेने की प्रैक्टिस करना ज़रूरी है.
खुद के लिए वक्त निकालना (Make time for yourself)
सबसे ज़रूरी ये है कि काम के बीच खुद के लिए वक्त ज़रूर निकालें. आपको जो कुछ भी करना पसंद हो- जैसे योगा करना, गार्डेनिंग करना या पढ़ना उसके लिए समय निकालिये. आपके शौक और हैबिट्स आपको आराम करने, काम से ध्यान हटाने और आपको रिचार्ज करने में मदद कर सकते हैं.
प्रोफेशनल हेल्प लीजिए (Seek professional help)
अगर आपको वर्क लाइफ को मैनेज करना बहुत झंझट का काम लग रहा है और आप सोच-सोच कर परेशान हो रहे हैं तो आप किसी मेंटल हेल्थ प्रोवाइडर से बात कीजिए. अगर आपके पास इंप्लॉय असिसटेंस प्रोग्राम का एक्सेस है तो ऐसी उपलब्ध सेवाओं का लाभ उठाइये
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