केदारनाथ मंदिर (Kedarnath temple) में प्रतिबंध के बावजूद गर्भगृह के अंदर मौजूद कथावाचक मोरारी बापू (Morari Bapu) की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. इसमें मोरानी बापू बाबा केदार के सामने हाथ जोड़े दिख रहे हैं.
दरअसल मोरारी बापू सावन में रामकथा के लिए ज्योतिर्लिंगों में जा रहे हैं इसकी शुरुआत उन्होने केदारनाथ से की है.
रामकथा से पहले वो गर्भगृह में दर्शन के लिए गए थे. तस्वीर के वायरल होने के बाद कांग्रेस (Congress) ने उत्तराखंड सरकार (Uttarakhand govt) पर निशाना साधा है.
उत्तराखंड कांग्रेस नेता और बीकेटीसी के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा है कि मंदिर समिति के आदेशों का बार-बार उल्लंघन किया जा रहा है. सख्त आदेशों के बावजूद वीआईपी नियमों का उल्लंघन करते हैं और बच जाते हैं. उन्होने तस्वीर लिए जाने को लेकर मंदिर प्रशासन के साथ साथ उत्तराखंड सरकार को भी घेरा.
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आपको बता दें कि पिछले दिनों केदारनाथ मंदिर के वीडियो और रील वायरल होने के बाद, बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) द्वारा फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी पर प्रतिबंध लगा दिया गया था.
इस बीच, बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के मीडिया प्रभारी हरीश गौड़ ने रविवार को कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फोटो वायरल होने के बाद सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की मदद से आध्यात्मिक नेता की तस्वीर लेने वाले व्यक्ति की पहचान की गई.
उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश के इंदौर के रहने वाले व्यक्ति को लिखित माफी मांगने और बीकेटीसी को 11,000 रुपये का दान देने के बाद छोड़ दिया गया.
फोटो लेनेवाले व्यक्ति के मुताबिक उसने अत्यधिक उत्साह में आध्यात्मिक गुरु की तस्वीर खींची, जिनके देश भर में अनुयायी हैं.