सूडान से लौटे 117 भारतीयों को अचानक क्वारैंटाइन कर दिया गया है. ऑपरेशन कावेरी के तहत इन लोगों की वतन वापसी हुई है. अब तक 1 हजार से ज्यादा भारतीयों वापस लाया गया है जिनमें से 117 भारतीयों को 7 दिनों के लिए क्वारैंटाइन किया गया है. स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक इनलोगों ने यलो फीवर का टीका नहीं लिया है. ऐसे में उन्हें सात दिनों के बाद छोड़ कोई लक्षण नहीं दिखने पर छोड़ दिया जाएगा. मंत्रालय के मुताबिक यात्रियों का पहला जत्था दिल्ली पहुंचा था उनमें से किसी को भी क्वारंटीन नहीं करना पड़ा क्योंकि सभी 360 यात्रियों ने टीका ले लिया था. इसके बाद 26 अप्रैल को 240 यात्रियों को मुंबई लाया गया. इनमें से 47 यात्रियों को क्वारंटाइन किया गया था. इसके बाद आए यात्रियों में में 70 यात्रियों को क्वारंटीन किया गया है.
बता दें कि केंद्र सरकार सूडान से करीब 3,000 भारतीयों को निकाल रही है. इन यात्रियों को हवाई अड्डे के स्वास्थ्य अधिकारियों (एपीएचओ) और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा प्रबंधित क्वारैंटाइन केंद्रों में मुफ्त भोजन की सुविधा के साथ किराए पर रहने की सुविधा प्रदान की जा रही है.
येलो फीवर है क्या?
यह एक वायरस से होनेवाली बीमारी है जो मच्छर के काटने से होती है. ये मच्छर अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका में पाए जाते हैं. पीले बुखार के लक्षणों में सिरदर्द, बदनदर्द, तेज बुखार के साथ फ्लू जैसे लक्षण पाए जाते हैं. इस दौरान शरीर से रक्तस्राव भी शुरू हो जाता है. येलो फीवर के लक्षण सामने के लिए करीब तीन से छह दिन लग जाते हैं.