पाकिस्तान (Pakistan) एक बार फिर भारत (India) के साथ अपने रिश्तों को मजबूत करना चाहता है. इसका संकेत पाकिस्तान के विदेश मंत्री (Foreign Minister ) बिलावल भुट्टो (Bilawal Bhutto) ने दिया. उन्होंने पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत के साथ संबंध खत्म करने से देश का हित नहीं होगा. हमारी सरकार को एक ऐसा देश विरासत में मिला है, जो हर तरफ संकट से घिरा है.
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विदेश मंत्री ने पाकिस्तान के इंटरनेशनल लेवल पर अलग-थलग पड़ने के लिए पिछली इमरान खान सरकार को जिम्मेदार ठहराया. छात्रों से बिलावल ने पूछा कि क्या भारत के साथ संबंध तोड़ने से पाकिस्तान को फायदा होगा? बिलावल ने इस पर कहा,'भारत के साथ हमारे कई मसले हैं. दोनों देशों के बीच युद्ध और संघर्ष का लंबा इतिहास रहा है. वर्तमान में भी हमारे बीच गंभीर किस्म के विवाद हैं.
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भारत-पाकिस्तान के के बीच संबंधों में दरार
अगस्त 2019 की घटना को हल्के में नहीं लिया जा सकता. जब 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर से विशेष दर्जा छीन लिया गया और भारत-पाकिस्तान के के बीच संबंधों में दरार आ गई." गौरतलब है कि इससे पहले जून में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनने के बाद शहबाज शरीफ भी भारत सहित कई देशों के साथ साझेदारी करने की मंशा जता चुके हैं.