Earthquake : भूकंप का केन्द्र रहे नेपाल में तीन बार धरती कांपी. पहला झटका 2 बजकर 25 मिनट पर आया जब तीव्रता 4.6 थी. इसके कुछ देर बाद यानी 2 बजकर 51 मिनट पर भूकंप का दूसरा झटका लगा जबकि तीसरा झटका तीन बजकर 6 मिनट पर आया..उस वक्त इसकी तीव्रता 3.6 थी जबकि चौथा झटका 3 बजकर 19 मिनट पर आया जिसकी तीव्रता 3.1 मापी गई
नेपाल में राजधानी काठमांडू से 458 किलोमीटर दूर बझांग में भूकंप कई कच्ची घरों को नुकसान पहुंचा है. इसके अलावा पश्चिमी जिले कैलाली, कंचनपुर और लुम्बिनी में भी इसका असर देखा जा रहा है.
भूकंप के आने की मुख्य वजह धरती के अंदर प्लेटों का टकरना है। धरती के भीतर सात प्लेट्स होती हैं जो लगातार घूमती रहती हैं। जब ये प्लेटें किसी जगह पर आपस में टकराती हैं, तो वहां फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है और सतह के कोने मुड़ जाते हैं। सतह के कोने मुड़ने की वजह से वहां दबाव बनता है और प्लेट्स टूटने लगती हैं। इन प्लेट्स के टूटने से अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है, जिसकी वजह से धरती हिलती है और हम इसे भूकंप मानते हैं
रिक्टर स्केल पर 2.0 से कम तीव्रता वाले भूकंप को माइक्रो कैटेगरी में रखा जाता है और यह भूकंप महसूस नहीं किए जाते. रिक्टर स्केल पर माइक्रो कैटेगरी के 8,000 भूकंप दुनियाभर में रोजाना दर्ज किए जाते हैं. इसी तरह 2.0 से 2.9 तीव्रता वाले भूकंप को माइनर कैटेगरी में रखा जाता है. ऐसे 1,000 भूकंप प्रतिदिन आते हैं इसे भी सामान्य तौर पर हम महसूस नहीं करते. वेरी लाइट कैटेगरी के भूकंप 3.0 से 3.9 तीव्रता वाले होते हैं, जो एक साल में 49,000 बार दर्ज किए जाते हैं. इन्हें महसूस तो किया जाता है लेकिन शायद ही इनसे कोई नुकसान पहुंचता है
Earthquake: पूर्वोत्तर में भूकंप के झटके महसूस किये गए, तीव्रता 5.2 रही