इंडोनेशिया (Indonesia) के आंचे प्रांत (Aceh province) में 4 दिनों तक हुई भारी बारिश (intense rainfall) से बाढ़ (Flood) आ गई है. सड़कें, बाजार, मकान, और दुकान हर जगह पानी ही पानी भर गया है और आम जनजीवन बेहाल हो गया है. इंडोनेशिया की आपदा न्यूनीकरण एजेंसी के अनुसार, स्थानीय प्रशासन ने 14 दिन का आपातकाल (emergency) घोषित कर दिया है. जिनके घर पानी के भीतर हैं, उनके रहने के लिए अलग-अलग जगहों पर अस्थायी आश्रय स्थल बनाए गए हैं.
बताया जा रहा है कि सितंबर में शुरू हुई बारिश के मौसम के दौरान दक्षिण पूर्व एशियाई द्वीपसमूह में घातक भूस्खलन और अचानक बाढ़ आना आम है. पर्यावरणविदों के अनुसार, ये आपदाएं अक्सर वनों की कटाई और खराब मिटिगेशन योजना के कारण होती हैं.
पिछले महीने भी सुमात्रा में मूसलाधार तूफान के कारण हुए भूस्खलन में सात लोगों की मौत हो गई थी. जबकि पिछले साल अप्रैल में, उष्णकटिबंधीय चक्रवात सेरोजा के कारण इंडोनेशिया और पड़ोसी तिमोर लेस्ते में 200 से अधिक लोग मारे गए थे.