G-7 शिखर सम्मेलन के आउटरीच सत्र में अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा "भारत ने ‘ग्लोबल साउथ’ के देशों की प्राथमिकताओं और चिंताओं को विश्व मंच पर रखना अपनी जिम्मेदारी माना है. ‘ग्लोबल साउथ’ के देश वैश्विक अनिश्चितताओं और तनावों का खामियाजा भुगत रहे हैं. हमारा संकल्प 2047 तक विकसित भारत बनाने का है; हमारी प्रतिबद्धता है कि समाज का कोई भी वर्ग पीछे न छूटे. हमें मिलकर आने वाले समय को 'हरित युग' बनाने का प्रयास करना चाहिए"
उन्होने कहा कि "हम 2070 तक ‘नेट जीरो’ का लक्ष्य हासिल करने की अपनी प्रतिबद्धता पूरी करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं"
पीएम मोदी ने कहा, "पिछले सप्ताह आप में से कई लोग यूरोपीय संसद के चुनावों में व्यस्त थे। कुछ मित्र आने वाले समय में चुनावों के उत्साह से गुजरेंगे। भारत में भी कुछ महीने पहले चुनाव का समय था...तकनीक के सर्वव्यापी उपयोग से पूरी चुनावी प्रक्रिया निष्पक्ष और पारदर्शी बनी है...यह मेरा सौभाग्य है कि भारत की जनता ने मुझे लगातार तीसरी बार उनकी सेवा करने का अवसर दिया है। इस ऐतिहासिक जीत के रूप में भारत की जनता ने जो आशीर्वाद दिया है, वह लोकतंत्र की जीत है। यह पूरे लोकतांत्रिक विश्व की जीत है।"