दुनियाभर में बढ़ते तापमान की वजह से ग्लेशियर बहुत तेजी से पिघल रहे हैं. इसे लेकर एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है. एक स्टडी के मुताबिक साल 1990 से अब तक दुनियाभर के 50 फीसदी ग्लेशियर पिघल चुके हैं. इस बीच सबसे ज्यादा खतरा भारत, पाकिस्तान और चीन को है. भारत, पाकिस्तान और चीन के करीब 90 लाख लोग 2000 ग्लेशियर से बनी झीलों के निचले इलाके में रहते हैं. इनकी जान को खतरा है.
भारत में छोटा शिगड़ी ग्लेशियर की स्टडी गहराई से की गई है. छोटा शिगड़ी ग्लेशियर के 20 साल का रिकॉर्ड भारत के पास मौजूद है. इस ग्लेशियर से साल 2022 बहुत ज्यादा बर्फ पिघली है. IIT Indore की एक स्टडी के मुताबिक छोटा शिगड़ी पर जलवायु परिवर्तन का बहुत ज्यादा असर पड़ा है. यहां से आपदा तो आ ही सकती है साथ ही भविष्य में इस ग्लेशियर के नीचे रहने वाले लोगों को पानी की किल्लत का सामना भी करना पड़ सकता है.
इससे पहले जुलाई 2022 में एक स्टडी में कहा गया था कि ग्लोबल वॉर्मिंग की वजह से हिमालय के ग्लेशियर काफी तेज गति से पिघल रहे हैं. इसकी वजह से भारत, नेपाल, चीन, बांग्लादेश, भूटान, पाकिस्तान समेत कई देश अगले कुछ सालों में पानी की भयानक किल्लत से जूझने वाले हैं, क्योंकि इन देशों की ज्यादातर नदियां हिमालय के ग्लेशियर से ही निकली हैं.