गलवान घाटी में भारत और चीनी सेना के बीच झड़प को दो साल से ज्यादा समय बीत चुका है..इस बीच चीन द्वारा सीमा पर गांव बसाने जैसी खबरें भी आई हैं. इसको लेकर दोनों देशों के बीच रिश्तों में बड़ा खटास नजर आ रहा है.
विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने कहा कि "इन दिनों भारत-चीन सम्बन्ध (India-china Relation) बहुत "तनावपूर्ण" हैं जिसका मुख्य कारण सीमावर्ती इलाको में चीन की अनावश्यक गतिविधियां हैं". उन्होंने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों में भारत और चीन के बीच सम्बन्ध “सामान्य नहीं हो सकते क्योंकि सीमा पर स्थिति सामान्य नहीं है"
शुक्रवार शाम बेंगलुरु में हुए एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होने कहा कि "हमने लगातार हर मुद्दे पर अपना रुख साफ किया है और आज भी उस रुख पर कायम हैं कि अगर चीन सीमावर्ती इलाकों में शांति भंग करता है तो इसका असर भारत - चीन द्विपक्षीय सम्बन्धों पर पड़ेगा.
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भारत-चीन मुद्दे पर जयशंकर बोले
श्रीलंका में हंबनटोटा बंदरगाह (Hambantota Port ) पर डॉकिंग के खिलाफ चीनी बैलिस्टिक मिसाइल और उपग्रह ट्रैकिंग जहाज 'युआन वांग 5' की मौजूदगी पर भारत अपनी चिंता पहले ही जता चुका है. देश की सुरक्षा पर चर्चा के दौरान जयशंकर ने कहा कि वो विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची की बातों से सहमत हैं.उन्होने कहा कि "सुरक्षा चिंताएं हर देश का संप्रभु अधिकार है".