Israel-Palestine Conflict: हमास ने इजराइल पर हमला कर 300 से ज्यादा लोगों को मौत के घाट उतार दिया है. हमास एक फिलिस्तीनी चरमपंथी समूह है. इसकी स्थापना साल 1987 में की गई थी. फिलिस्तीनी विद्रोह के दौरान यह समूह सामने आया था. हमास की स्थापना सेख अहमद यासीन ने की थी. इस समूह का मकसद फिलिस्तीन में इस्लामिक राज्य स्थापित करना है.
हमास ने इजराइल में हमला कर पांच हजार से ज्यादा रॉकेट दागे. इससे इजराइल में तबाही मच गई. हालांकि यह पहली बार नहीं है जब इस तरह का संघर्ष देखने को मिला है.
हमास को ईरान का समर्थन प्राप्त है
बता दें कि फिलिस्तीनी चरमपंथी समूह हमास को ईरान का समर्थन प्राप्त है. अहमद यासीन ने साल 1987 में इजराइल के खिलाफ विद्रोह का एलान किया था. यासीन 12 साल की उम्र से ही व्हीलचेयर पर थे.
हमास साल 2007 से गाजा पट्टी पर शासन कर रहा है. 2006 में फिलिस्तीनी संसदीय चुनावों में जीत हासिल करने के बाद गाजा पर हमास का कब्जा हो गया था. इसके बाद से ही उसका इजराइल से संघर्ष चल रहा है. इजराइल के साथ अमेरिका, यूरोपीय संघ, कनाडा, मिस्र और जापान हमास को आतंकवादी संगठन मानते हैं. हालांकि चीन, मिस्त्र, ईरान, नॉर्वे, कतर, ब्राजील, रूस, तुर्की और सीरिया इसे आतंकी संगठन नहीं मानते.
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