रूस (Russia) ने अपने पड़ोसी देश लिथुआनिया (Lithuania) को जंग की चेतावनी दी है. दरअसल, लिथुआनिया ने रूस के कैलिनिनग्राद (Kaliningrad) तक रेल के जरिए पहुंचने वाले सामानों पर बैन लगाया है. इस प्रतिबंध से भड़के रूस ने कहा कि वो लिथुआनिया को ऐसा जवाब देगा जिससे उसके नागरिकों को दर्द महसूस होगा. रूस की चेतावनी के बाद लिथुआनिया ने कहा कि वो इसके लिए तैयार है. लिथुआनिया के राष्ट्रपति गिटानस नौसेदा बोले कि वो रूस की हर कार्रवाई का जवाब देंगे. हालांकि, नौसेदा ने ये भी कहा कि उन्हें नहीं लगता कि रूस उसके खिलाफ कोई सैन्य कार्रवाई करेगा क्योंकि वो NATO के सदस्य हैं.
ये भी देखें । गेहूं और लहसुन से कीजिए Down Payment, पूरा होगा अपने घर का सपना...
नौसेदा के मुताबिक जल्द ही NATO की एक बैठक बुलाई जाएगी जिसमें ये तय होगा कि रूस से सटे देशों में सैनिकों को बढ़ाया जाए या नहीं. बात अगर दोनों दोनों देशों की सेना की करें तो लिथुआनिया के पास महज 16 हजार की सेना है जबकि रूस के पास 10 लाख से ज्यादा सक्रिय जवान मौजूद हैं. रूस ने लिथुआनिया को एक ऐसे समय युद्ध की चेतावनी दी है जबकि वो पहले से ही यूक्रेन के साथ पिछले चार महीनों से जंग लड़ रहा है.
देश-दुनिया की ख़बरों के लिए क्लिक करें
बता दें कि कैलिनिनग्राद के एक ओर पोलैंड जबकि दूसरी ओर लिथुआनिया है. ऐसे में कैलिनिनग्राद तक होने वाली हर सप्लाई लिथुआनिया से ही रेल के जरिए होती है जिसे अब रोक दिया गया है. लिथुआनिया भी पावर सप्लाई के लिए रूस पर निर्भर करता है. रूस की धमकी के बाद मॉस्को में मौजूद यूरोपियन यूनियन के राजदूत ने कहा कि रूस को इस तरह की बयानबाजी से बचना चाहिए.