Luna 25: चांद पर उतरने के दौरान रूस के क्रैश हुए Luna 25 ने चांद पर करीब 33 फीट चौड़ा गड्ढा बना दिया है. नासा ने इसकी तस्वीर जारी की है इसमें देखा जा सकता है कि गड्ढा साफ तौर पर दिख रहा है. वहीं नासा ने एक और तस्वीर जारी की है जिसमें ये साफ दिख रहा है कि इस जगह पर कोई गड्ढा नहीं था. ऐसे में ये साफ हो जाता है कि चांद पर ये क्रेटर लूना 25 के गिरने की वजह से ही हुआ है.
दरअसल चंद्रयान-3 से कम समय में चांद के दक्षिण छोर तक पहुंचे रूस के लूना-25 की क्रैश लैंडिंग हुई थी. उस वक्त उसकी स्पीड ज्यादा थी इसलिए वो चांद से टकरा गया. नासा ने लूनर रीकॉन्सेंस ऑर्बिटर यानी एलआरओ ने क्रैश साइट की तस्वीर साझा की है. इसका व्यास करीब 10 मीटर का है और गहराई करीब 33 फीट.
रूस ने लूना -25 की क्रैश लैंडिंग की जांच के लिए कमेटी बनाई है जो असली वजह का पता लगाएगा. स्पेस में एक वक्त रूस का दबदबा था लेकिन मून मिशन के फेल होने पर उसके सामने बड़ी चुनौती है.
Luna-25: चांद पर नहीं उतर पाया रूस का लूना-25, सतह पर हुई क्रैश लैंडिंग