मालदीव के संसदीय चुनाव में भारत विरोधी मुइज्जू को पसंद किया है. मोहम्मद मुइज्जू की पार्टी पीएनसी को बड़ी जीत हासिल हुई है, वहीं विपक्षी दल एमडीपी को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है. 93 सीटों वाली मालदीव की संसद में पीएनसी के नाम 66 सीटें आई तो वहीं एमडीपी को 12 सीटों पर संतोष करना पड़ा.
बता दें कि 8 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपना जीत का परचम लहराया. तो छोटे दलों के कब्जे में बची हुई सीटें आईं.पिछले साल मोहम्मद मुइज्जू मालदीव के राष्ट्रपति बने थे जो मोहम्मद सोलिह को हराकर मालदीव की संसद में आए थे.संसद में पूर्ण बहुमत ना होने की वजह से मोहम्मद मुइज्जू बड़े बदलाव नहीं कर पा रहे थे. लेकिन अब बड़ी आसानी से मोहम्मद मुइज्जू बड़े बदलाव कर सकते हैं.
बता दें कि भारत और मालदीव के रिश्ते पहले से ही खराब चल रहे हैं. ऐसे में मालदीव की संसद में मोहम्मद मुइज्जू का पूर्ण बहुमत से आ जाना कहीं न कहीं भारत के लिए अच्छे संकेतों को नहीं दर्शाता. क्योंकि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन, मालदीव में सैन्य अड्डा बनाना चाहता है.और इसीलिए हाल ही में मालदीव और चीन के बीच कई गुप्त समझौते हुए हैं. जिसमें चीन ने मालदीव को मुफ्त में सैन्य सहयोग देने की भी बात कही है. जो भारत और मालदीव के रिश्तों में और दूरी बड़ा देगा.
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