नासा (NASA) के सबसे शक्तिशाली रॉकेट अर्टेमिस 1 (Artemis-1) की लॉन्च टल गई है. अब इसे 2 या 5 सितंबर को लॉन्च किया जा सकता है. इस बात की जानकारी नासा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से दी है. नासा ने बताया कि इंजन नंबर तीन में खराबी आने की वजह से फिलहाल इसकी लॉन्चिंग को टाल दिया गया है. गौरतलब है कि Artemis-1 की लॉन्चिंग सोमवार शाम 6:30 बजे से 8 बजे तक होनी थी, जिसके लिए तैयारी भी कर ली गई थी.
क्या है अर्टेमिस 1 ?
अर्टेमिस 1 अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) द्वारा बनाया गया 322 फुट लंबा अब तक का सबसे शक्तिशाली रॉकेट है. जिसे चंद्रमा तक भेजा जाएगा, नासा का ये रॉकेट चंद्रना के बाहर की रेट्रोगेड कक्षा तक जाएगा और 42 दिन, 3 घंटे, 20 मिनट का सफर करके पृथ्वी पर वापस लौटेगा, इस दौरान ये रॉकेट 21 लाख किमी का सफर तय करेगा.
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पूरी दुनिया के लिए क्यों खास है मिशन अर्टेमिस 1
नासा स्पेस लॉन्च सिस्टम (SLS) रॉकेट के जरिए ओरियन स्पेसशिप (Orion Spaceship) को चांद के चारों तरफ चक्कर लगाकर वापस आने के लिए भेज रहा है. यह मिशन भविष्य में होने वाले चंद्र मिशनों के लिए एक लिटमस टेस्ट की तरह है. अगर नासा का ये मिशन सफल होता है तो साल 2025 तक अर्टेमिस मिशन के तरत पहली बार चंद्रमा पर किसी महिला और किसी ब्लैक एस्ट्रोनॉट को भेजा जाएगा. अर्टेमिस 1 मिशन की सफलता के बाद ही नासा के वैज्ञानिक चंद्रमा तक जाने के लिए जरूरी अन्य तकनीकों को विकसित करेंगे और उनकी जांच करेंगे. ताकि चंद्रमा से आगे मंगल तक की यात्रा की जा सके.
बिना स्पेस स्टेशन की मदद से धरती पर लौटेगा
इस उड़ान के दौरान ओरियन स्पेसशिप (Orion Spaceship), जो इस रॉकेट के सबसे ऊपरी हिस्से में लगा होगा. वो इंसानों की अंतरिक्ष उड़ान के लिए बनाया गया है. ये वह दूरी तय कर सकता है, जो आज तक किसी स्पेसशिप ने नहीं की है. इस मिशन के दौरान धरती से चंद्रमा तक पहले 4.50 लाख किलोमीटर की यात्रा तय की जाएगी. उसके बाद चंद्रमा के फार साइड यानी अंधेरे वाले हिस्से की तरफ 64 हजार किलोमीटर दूर जाएगा. ओरियन स्पेसशिप (Orion Spaceship) बिना इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर जुड़े ही इतनी लंबी यात्रा करने वाला पहला अंतरिक्षयान होगा. वहां से सुरक्षित पृथ्वी तक वापस भी आएगा.