पाकिस्तान में नए साल का जश्न नहीं मनाया जाएगा. इजरायल हमास युद्ध में गाजावासियों पर एकजुटता जताने के लिए पाकिस्तान ने ये फैसला किया है. कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर ने गुरुवार को इसका ऐलान किया. राष्ट्र के नाम संबोधन में उन्होंने देशवासियों से फलस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाने और नये साल पर संयम और विनम्रता का परिचय देने का आग्रह किया.
पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री ने कहा कि गाजा और वेस्ट बैंक में मासूम बच्चों और निहत्थे फिलस्तीनियों की हत्या से दुनिया भर के मुसलमान बेहद दुखी हैं.आपको बता दें कि पाकिस्तान में कट्टरपंथी इस्लामी समूह पहले भी नये साल के जश्न का विरोध करते रहे हैं. हिंसा का सहारा लेकर ऐसे आयोजनों को रोकने की कोशिश करते हैं. इसको देखते हुए पाकिस्तान में बड़े पैमाने पर जश्न नहीं मनाया जाता है.