पाकिस्तान की संसद में अविश्वास प्रस्ताव ( No-Confidence Motion) पेश होने से एक दिन पहले प्रधानमंत्री इमरान खान (Pakistan Prime Minister Imran Khan) और विरोधी आर-पार के मूड में दिखाई दिए. इमरान ने जहां 28 मार्च की तारीख से पहले इस्लामाबाद के परेड ग्राउंड (Islamabad Parade Ground) में समर्थकों को संबोधित किया वहीं, मौलाना फ़ज़लुर्रहमान (Maulana Fazal-ur-Rehman) और पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (Pakistan Democratic Movement) ने शहर के पास ही मार्च किया. सरकार के खिलाफ बिगुल फूंकने वाली इस रैली में हजारों की भीड़ उमड़ी. सभी ने मोबाइल फोन के फ्लैश लाइट ऑन किए और इसे मशाल की सूरत में लहराते दिखाते दिखाई दिए.
इमरान ने रविवार को रैली में दम भरते हुए विपक्ष को जमकर ललकारा और कहा कि विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव "विदेशी साजिश" है. ये इसलिए हुआ क्योंकि इमरान ने देश की विदेश नीति पर बाहरी दखल को खारिज कर दिया था. इस्लामाबाद के परेड ग्राउंड में भारी भीड़ के सामने इमरान ने अपने 2 घंटे के मैराथन भाषण में ये बातें कहीं.
इमरान ने अपने पास एक ऐसा लेटर के होने की बात कही जो उनकी बात को सही साबित कर सकता है. उन्होंने कहा कि मेरे पास जो लेटर है वह इसका सबूत है. पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर परोक्ष तौर पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि देश जानना चाहता है कि लंदन में बैठा आदमी किससे मुलाकात कर रहा है और पाकिस्तान में बैठे उसके साथी किसकी बातें मान रहे हैं?
उधर, इन आरोपों पर पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरियम नवाज (PML-N Vice President Maryam Nawaz) ने रविवार को कहा कि उनके पिता और पार्टी नेता नवाज शरीफ से लंदन में जिससे भी मिलते हैं, वह मुलाकात पाकिस्तान के हित में ही होती है. बहरहाल, अब हर किसी की नजरें 28 मार्च को पेश किए जाने वाले अविश्वास प्रस्ताव पर टिकी हुई हैं.