एक तरफ पाकिस्तान (Pakistan) में महंगाई (Inflation) आसमान पर है वहीं विदेशी मुद्रा भंडार (foreign exchange reserves)पिछले 9 साल के अपने सबसे निचले स्तर पर आ गया है. अब पाकिस्तान की आईएमएफ के साथ बातचीत भी टूट गयी है. इससे पाकिस्तान की सरकार को बड़ा झटका लगा है. दरअसल आईएमएफ के साथ बेलआउट पैकेज को लेकर चल रही बातचीत असफल हो गयी है और आईएमएफ का प्रतिनिधि समझौते पर हस्ताक्षर किये बिना ही वॉशिंगटन लौट आया है. आईएमएफ से 1.1 बिलियन डॉलर कर्ज देने के लिए ये बातचीत 10 दिनों से चल रही थी.
New Governors: विधानसभा चुनावों से पहले बदल गए कई राज्यों के राज्यपाल, इन्हें सौंपी गई कमान...
हालांकि, पाकिस्तान अभी भी आईएमएफ से कर्ज मिलने की उम्मीद कर रहा है. पाकिस्तानी दल का नेतृत्व कर रहे पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने शुक्रवार को कहा कि दोनों पक्ष सोमवार से वर्चुअल मोड में वार्ता फिर से शुरू करेंगे