पाकिस्तान (Pakistan) चार साल बाद FATF की ग्रे लिस्ट (grey list) से बाहर आ गया है जो उसके लिए बड़ी राहत है. शुक्रवार को पेरिस (Paris) में हुए FATF की बैठक में इसका ऐलान किया गया. गौरतलब है कि पाकिस्तान को 2018 में FATF की ग्रे लिस्ट में डाला गया था जिससे उसे करीब तीन लाख करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा. FATF की ग्रे लिस्ट से बाहर आने के बाद पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) ने खुशी जताते हुए ट्वीट किया कि FATF की ग्रे लिस्ट से बाहर आना कई सालो से हमारे प्रयासों का नतीजा है. मैं अपने सैन्य और असैन्य नेतृत्व के साथ उन सभी संस्थानों को बधाई देना चाहता हूं जिनकी मेहनत के बूते हमें ये सफलता मिली है.
इस उपलब्धि के बाद अब पाकिस्तान IMF, World bank, Asian Development Bank और European Central Bankजैसी संस्थाओं से लोन ले सकेगा क्योंकि इस टैग के साथ पाकिस्तान को लोन मिलने में कठिनाई हो रही थी. दरअसल, FATF आर्थिक रसद पर नकेल लगाने वाली सुप्रीम बॉडी है. इस संबंध में भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हमारा मानना है कि पाकिस्तान एशिया प्रशांत समूह के साथ मिलकर मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फाइनेंसिंग के खिलाफ अपने सिस्टम को और मजबूत करेगा