पाकिस्तान ((Pakistan) नकदी के संकट(economic crisis) से गुजर रहा है. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं क्या पाकिस्तान का हाल श्रीलंका का जैसा होने वाला है. पाकिस्तान के योजना मंत्री अहसान इकबाल ने तो लोगों को कम चाय पीने की सलाह डाली. उन्होंने लोगों से तेजी से घट रहे विदेशी मुद्रा भंडार को बचाने के लिए ये सलाह देश के लोगों को दी. उन्होंने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान पूरे विश्व में चाय के सबसे आयातक देशों में एक है और अब उसे चाय आयात करने के लिए कर्ज उठाना पड़ रहा है. मैं देशवासियों से अपील करता हूं कि चाय का सेवन एक से दो कप कम करें हमें कर्ज लेकर चाय का आयात करना पड़ रहा है. पाकिस्तान सरकार में चालू वित्त वर्ष में पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले चाय के आयात पर 13 अरब रुपये (छह करोड़ डॉलर) ज्यादा खर्च किए हैं.
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पाकिस्तान में बिजली संकट
पाकिस्तान मे कई शहरों में 12-12 घंटे अधिक बिजली (electricity)कटौती (Pakistan Blackout) की जा रही है. इसने गर्मी में लोगों की परेशानियां बढ़ा दी है. रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से गैस की कीमतों में तगड़ा उछाल आया है. इसका खामियाजा पाकिस्तान भी भुगत रहा है. बता दें कि करीब एक दशक पहले एनर्जी को लेकर नई लॉन्ग टर्म पॉलिसी अपनाई थी. नई पॉलिसी के तहत पाकिस्तान ने एलएनजी में भारी निवेश किया था. इटली और कतर की कंपनियों को एलएनजी सप्लाई (LNG Supply) करने का लॉन्ग टर्म कॉन्ट्रैक्ट दिया गया था. अभी चूंकि ग्लोबल मार्केट में एलएनजी की कीमतें बढ़ी हुई हैं, ये कंपनियां पाकिस्तान को मिलने वाली एलएनजी कहीं और खपाकर ज्यादा मुनाफा कमा रही हैं. दूसरी ओर पाकिस्तान के पावर प्लांट (Power Plant) से लेकर फर्टिलाइजर प्लांट (Fertilizer Plant) तक एलएनजी की शॉर्टेज का सामना कर रहे हैं. पाकिस्तान खूब प्रयास करने के बाद भी एलएनजी का प्रबंध नहीं कर पा रहा है. इसके कारण पावर प्लांट ठप पड़ गए हैं.