पहले से ही संकट में घिरे पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) नई मुसीबत में फंस गए हैं. उनकी सरकार में प्रमुख गठबंधन सहयोगी मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (MQM-P) ने समर्थन वापस ले लिया है. स्थानीय मीडिया के अनुसार, पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी (Bilawal Bhutto Zardari) ने बुधवार तड़के ट्वीट किया कि एकजुट विपक्ष और एमक्यूएम के बीच समझौता हो गया है.
बता दें कि इमरान सरकार संसद में 179 सदस्यों के समर्थन से बनी थी, लेकिन एमक्यूएम-पी के इस्तीफे के बाद इमरान खान की पार्टी के पास सिर्फ 164 सदस्यों का समर्थन रह गया है. नेशनल असेंबली में विपक्ष के अब 177 समर्थक हैं. उन्हें पीटीआई के असंतुष्ट सांसदों के समर्थन की जरूरत नहीं है.
MQM-P के नए कदम से पहले अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से पहले ही इमरान सरकार अल्पमत में आ गई है. पाकिस्तानी नेशनल असेंबली में कुल 342 सदस्य हैं. विपक्ष को इमरान खान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के के लिए 172 मतों की आवश्यकता है.