पाकिस्तान (pakistan)में भले ही सत्ता इमरान खान(Imran Khan) की जगह शहबाज शरीफ(Shehbaz Sharif) के पास आ गई हो, पर वहा के लोगों के लिए मंहगाई से कोई राहत नहीं है. पाकिस्तान पहले से ही नगदी की मार झेल रहा था. लेकिन अब मंहगाई ने आम जनता कमर तोड़ दी है. पकिस्तान में इस बार पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी हो गई है. पाकिस्तान के वित्त मंत्री मिफ्ता इस्माइल कहा कि अब सरकार पेट्रोलियम सामग्री पर सब्सिडी का खर्च नहीं उठा सकती. इसलिए अब लोगों को महंगी कीमतों पर पेट्रोल, डीजल(Petrol Diesel Price) और मिटटी का तेल खरीदना पड़ेगा.
पाकिस्तान सरकार ने पाकिस्तान में पेट्रोल पर 10 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 5 रुपये प्रत लीटर की दर से पेट्रोलियम लेवी फीस लगाने का फैसला किया है. इसके बाद पाकिस्तान में पेट्रोल 248.74 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया है. डीजल 276.54 रुपये प्रति लीटर तो मिट्टी का तेल 230.26 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है.
दरअसल, आईएमएफ (IMF)ने पाकिस्तान सरकार के सामने शर्त रखी है कि अगर उसे बेलआउट पैकेज चाहिए तो उसे पेट्रोलियम पदार्थों दिये जाने वाली सब्सिडी को हटाकर उन पर लेवी लगाने जैसे सख्त कदम उठाने होंगे. एक्सपर्ट्स की मानें तो आने वाले दिनों में पाकिस्तान में बिजली की दरों में भी इजाफा हो सकता है, क्योंकि आईएमएफ (IMF) की ओर से पाकिस्तान सरकार के सामने बिजली की दरों को भी बढ़ाने की शर्त रखी गई है. बता दें कि पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार महंगाई पर कोई नियंत्रण नहीं कर पा रही है. बल्कि पीएम शहबाज शरीफ हालत को संभालने की बजाय महंगाई का सारा ठीकरा पूर्व पीएम इमरान खान पर फोड़ते है. उनका कहना है कि देश को दिवालिया होने से बचाने के लिए ना चाहते हुए भी उन्हें कुछ जरूरी चीजों की कीमतों को बढ़ाने का फैसला लेना पड़ा है.