PM Modi Egypt Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी दो दिवसीय यात्रा पर मिस्र में मौजूद हैं. दौरे के दूसरे दिन उन्होंने मिस्र की ऐतिहासिक अल-हकीम मस्जिद (Al-Hakim Mosque) का दौरा किया. बोहरा मुस्लिम समुदाय के मौलानाओं ने पीएम मोदी का स्वागत किया, इस दौरान पीएम मोदी को कुछ खास तोहफा भी दिया. बता दें कि अल-हकीम मस्जिद का निर्माण 11वीं सदी में किया गया था, जिसका पुर्निमाण 1980 में दाऊदी बोहरा मुस्लिम समुदाय ने कराया था. अल-हकीम मस्जिद की इमारत को एक खास किस्म के ईटों से बनाया गया है. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिस्र के काहिरा में हेलियोपोलिस युद्ध कब्रिस्तान का दौरा किया और प्रथम विश्व युद्ध के दौरान सर्वोच्च बलिदान देने वाले भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी.
11वीं सदी की से जुड़ा है अल-हकीम मस्जिद का इतिहास
अल-हकीम मस्जिद का निर्माण 11वीं सदी में किया गया था. हालांकि जिसका पुर्निमाण 1980 में दाऊदी बोहरा मुस्लिम समुदाय ने कराया था. अल-हकीम मस्जिद की इमारत को एक खास किस्म के ईटों से बनाया गया है. जिसमें चार इवानों से घिरे दो आंगन हैं. मस्जिद के चारों ओर बने दीवार इसे बेहद आकर्षक और खूबसूरत बनाते हैं. इतना ही नहीं, मस्जिद के मीनारों के मेहराब को कूफीक लिपि से लिख कर सजाया भी गया है. कुफिक लिपि अरबी लिपि की एक शैली है. जिससे इस्लाम के शुरुआती दौर में कुरान की आयतों को लिखने के लिए इस्तेमाल किया जाता था.
अल-हाकिम मस्जिद मिस्र की राजधानी ओल्ड काइरो में बाब अल-फुतुह के बगल में स्थित है. साल 990 में फातिमी खलीफा अल-अजीज बी-इलाह निजार ने इसकी नींव रखी थी. जिसे साल 1013 में अल-अजीज बी-इलाह निजार के बेटे अल-हकीम के शासनकाल के दौरान पूरा किया गया था. इसे मिस्र में सबसे पुराने इस्लामी स्मारकों में से एक माना जाता है.