रूस-यूक्रेन संकट के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बताया कि उन्होंने रूसी राष्ट्रपति पुतिन को फोन किया लेकिन उन्हें जवाब में सिर्फ मौन मिला. जेलेंस्की ने कहा कि पुतिन का अपने देश की सेना को दूसरे देश की सीमा में जाने की सहमति देना पूरे यूपोपियन महाद्वूप को एक बड़े युद्ध की तरफ धकेल सकती है. कोई भी छोटी सी वजह, कोई भी भड़काने वाली बात, चिंगारी, सब कुछ जलाकर राख कर सकती है. जेलेंस्की बोले कि आपसे कहा गया है कि यह आग यूक्रेन के लोगों को आजादी दिलाने वाली है... लेकिन यूक्रेन के लोग स्वतंत्र हैं.
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इन्हें अपना इतिहास याद है और अपना भविष्य बना रहे हैं. जेलेंस्की ने कहा कि आपसे कहा गया है कि हम नाजी हैं, लेकिन वे लोग नाजीवाद का समर्थन कैसे कर सकते हैं जिन्होंने नाजीवाद पर जीत के लिए 80 लाख लोगों की कुर्बानी दी? हम नाजी कैसे हो सकते हैं? यह बात मेरे दादाजी से पूछिये जो सोवियत रूस की पैदल सेना में पूरे युद्ध के समय शामिल रहे और एक कर्नल के रूप में स्वतंत्र यूक्रेन में अंतिम सांसें ली.