रूस ने रविवार को सीरिया के उत्तर-पश्चिमी इलाकों में हवाई हमला कर दिया, जिसमें में दो बच्चों समेत 13 लोगों की मौत हो गई. इसके अलावा 30 लोग घायल भी हुए हैं. बता दें रूस ने विद्रोही गुट के कब्जे वाले इलाकों में हमला किया था, जहां काफी बड़े बाजार थे. इंग्लैंड के सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स प्रमुख रामी अब्देल रहमान ने कहा कि रविवार को हुआ हमला इस साल सीरिया में हुए सभी हमलों में से सबसे खतरनाक था. दरअसल पिछले सप्ताह सीरिया के विद्रोहियों ने रूस में ड्रोन से हमला किया था, जिसका रूस ने अब जवाब दिया है. हालांकि, रूस सीरिया के राष्ट्रपति बशर असद के शासन का समर्थन करती है.
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अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक हमले के दौरान मौके पर मौजूद साद फातो ने बताया कि मैं बाजार में था गाड़ी से टमाटर और खीरे उतार रहा था, तभी हमला हो गया. मेरे सामने अचानक हाहाकार मच गया. चारों तरफ सिर्फ चीखें और खून ही खून था. मैंने घायल लोगों की मदद की. घटना के बारे में सोचकर ही अजीब लगता है, काफी डरावना मंजर था. रूस ने हम पर हमला किया है. वहीं एक दूसरे व्यक्ति ने बताया कि वहां सिर्फ काले धुएं का गुबार था. आसपास सिर्फ चीख और एंबुलेंस के सायरनों की ही आवाज आ रही थी.