रूस और यूक्रेन जंग के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन शुक्रवार को पोलैंड पहुंचे. बाइडेन यूक्रेन बॉर्डर से करीब 100 किलोमीटर यानी 62 मील दूर रेजजो में थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बाइडेन रेजजो में यूक्रेन से भागकर आए करीब 20 लाख लोगों को मिलने वाली मानवीय सहायता को लेकर जानकारी लेंगे.
इसके अलावा बाइडेन 82वें एयरबोर्न डिवीजन के अमेरिकी सेवा सदस्यों से भी मिलेंगे, जो पोलिश सैनिकों के साथ यूक्रेन के पीड़ितों की मदद करते हैं.
जो बाइडेन (Joe Biden) की यात्रा से पहले अमेरिका की ओर से संकेत दिया गया कि NATO भले ही अपनी सेना यूक्रेन न भेजे, लेकिन नाटो का कोई देश यूक्रेन में अपनी शांति सेना भेज सकता है.
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हालांकि जानकार इसे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की रूस को घेरने की प्लानिंग के तौर पर देख रहे हैं. सबकी नजरें जो बाइडेन के पोलैंड दौरे पर है. पोलैंड यूक्रेन का पड़ोसी देश है.
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या बाइडेन का यह दौरा रूस पर दबाव बढ़ाने की रणनीति है. जाहिर है बाइडेन की भाषा पर पुतिन पहले ही भड़के हुए हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या यह रणनीति दुनिया को तीसरे विश्व युद्ध में झोंक सकती है?