रूस-यूक्रेन की जंग ((Russia Ukraine War) के बीच परमाणु युद्ध (Nuclear War)की आशंका भी पैदा हो गई है. इस आशंका ने हमें 1945 में जापान पर किए गए अमेरिका के परमाणु हमले (Nuclear Attack) की याद तो दिलाई ही है, साथ में उस शख्स के बारे में भी सोचने को मजबूर कर दिया है, जिसे परमाणु बम का जनक कहा जाता है. आइए आज उसी शख्स के बारे में जानते हैं, जिसने दुनिया को परमाणु बम (Nuclear Bomb) के रूप में ऐसा विध्वंसक हथियार दिया जिसने दहशत की नई गाथा लिख डाली.
दुनिया में तबाही मचाने वाले परमाणु बम का आविष्कार अमेरिकी मूल के वैज्ञानिक जूलियस रॉबर्ट ओपेनहाइमर(J Robert Oppenheimer) ने किया था. उनकी देखरेख में पहला एटम बम (Atom Bomb) परीक्षण 16 जुलाई 1945 को अमेरिका में किया गया था. इस न्यूक्लियर (Nuclear) परीक्षण के लिए अमेरिका के लॉस अलामोस से 200 मील दूर अलेमो गोर्डो (Alamogordo) के उत्तर के रेगिस्तानी भाग को चुना गया था. 19वीं सदी से पहले इस तरह की ऐसे किसी हथियार की कल्पना ही की जाती थी. लेकिन जूलियस रॉबर्ट ओपेनहाइमर ने इसे सच साबित करके दिखाया. इसे बनाने की शुरुआत साल 1939 में ही हो गयी थी क्योंकि इस समय द्वितीय विश्व युद्ध शुरू हो गया था.
इस विश्व युद्ध में जर्मनी के एडोल्फ हिटलर ने लगभग पूरे यूरोप में आतंक मचा रखा था. इसी दौरान अमेरिका को लग रहा था कि अगर हिटलर के वैज्ञानिकों ने परमाणु बम बना लिया तो वह दुश्मन देशों में एटम बम से हमला करेगा, जिससे भयंकर तबाही होगी. तब अमेरिकी वैज्ञानिकों ने राष्ट्रपति को एक पत्र लिखा बताया कि हिटलर के आतंक के चलते न्यूक्लियर बम बनाना कितना जरूरी है. राष्ट्रपति से मंजूरी मिलने के साथ ही अमेरिका में परमाणु बम बनाने की शुरुआत हुई.