रूस (Russia) के साथ जारी जंग के बीच यूक्रेन (Ukraine) के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) ने यूरोपीय संघ ( European Union) में सदस्यता के लिए एक आवेदन पर हस्ताक्षर किए हैं. यूक्रेन पहले भी कई बार ईयू में शामिल होने की मांग कर चुका है लेकिन रूस के साथ चल रही वॉर को देखते हुए उम्मीद की जा रही है कि उसे अब इसमें जल्द शामिल कर लिया जाएगा. अब जब यूरोपियन यूनियन खबरों में है, आइए जानते हैं कि यूरोपियन यूनियन क्या है और क्यों रूस नहीं चाहता कि यूक्रेन इसमें शामिल हो...
यूरोपियन यूनियन की स्थापना 1957 में हुई थी. रोम की संधि द्वारा यूरोपीय आर्थिक परिषद के माध्यम से छह यूरोपीय देशों ने अपने आर्थिक हितों को ध्यान में रखकर इसकी स्थापना की. शुरुआत में इसमें जर्मनी, फ्रांस, इटली, नीदरलैंड, बेल्जियम और लग्जमबर्ग शामिल थे. मौजूदा समय में इसके सदस्य देशों की संख्या 27 है.
यूरोपियन यूनियन में शामिल होने वाले सदस्य देशों को व्यापार के लिए एक बड़ा मंच मिलता है. इसके कानून सभी सदस्य देशों पर लागू होता है. साल 1999 में यूरोपिय संघ के 19 सदस्य देशों ने एक नई मुद्रा यूरो को अपनाया. यूरोपीय यूनियन के किसी देश में यात्रा करने के लिए पासपोर्ट की बाध्यता को खत्म कर दिया गया.
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यूरोपीय यूनियन के 21 देश नाटो (NATO) के भी सदस्य हैं. यूक्रेन के यूरोपियन यूनियन में शामिल होने के बाद उसे व्यापार के लिए एक बड़ा मंच मिलेगा. इसके साथ ही उसे रूस जैसे शक्तिशाली देश से लड़ने में यूरोपियन यूनियन का साथ मिलेगा. इस संगठन के कई सदस्य देश नाटो में भी शामिल हैं. यूरोपियन यूनियन में शामिल होने के बाद यूक्रेन के लिए नाटो में शामिल होने का रास्ता खुलेगा जिससे अमेरिका भी यूक्रेन की और मदद कर सकेगा.