Today in History, 10 June 2022: अंग्रेजी में एक कहावत है- Offence is the best Defence… इस कहावत को पूरी दुनिया में सबसे अच्छे तरीके से हकीकत की धरती पर किसी ने उतारा तो वो इजराइल है... क्योंकि आज से 55 साल पहले इजराइल अकेले ही 8 देशों से टकरा गया था और उसने न सिर्फ ये जंग ( Six-Day War ) जीती बल्कि महज छह दिनों में पूरे मिडिल-ईस्ट का नक्शा हमेशा के लिए बदल दिया... जी हां, आज की तारीख यानी 10 जून का संबंध इसी ऐतिहासिक घटना है... आज ही के दिन 1967 में इजराइल और अरब देशों के बीच युद्ध विराम हुआ था.
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ये बात 1967 के गर्मियों की है...इजराइल के तब के प्रधानमंत्री एशकोल ( Israel prime MInister Levi Eshkol ) से मिलने के लिए विपक्ष के नेता मेनाचिम बेगिन ( Menachem Begin ) उनके घर पहुंचे. PM एशकोल इस उधेड़बुन में थे कि किसे मुल्क का रक्षामंत्री बनाया जाए. बेगिन ने उन्हें कहा- अगर आप मोशे दायान ( Moshe Dayan ) को रक्षा मंत्री बना दें, तो आधे घंटे के अंदर सारा देश आपके पीछे खड़ा हो जाएगा.
मुश्किल ये थी कि प्रधानमंत्री एशकोल, मोशे दायान को पंसद नहीं करते थे...लेकिन तब की परिस्थितियों में उन्हें भी मोशे से बेहतर कोई नाम नहीं मिला...परिस्थितियां इसलिए गंभीर थी क्योंकि अरब वर्ल्ड के तकरीबन 8 बड़े देश इजराइल पर एक साथ हमले की फिराक में थे...बहरहाल 1 जून 1967 को मोशे दायान रक्षा मंत्री की शपथ ले ली.
फिर आई 5 जून की तारीख... तेल अवीव स्थित इजराइली रक्षा मंत्रालय ( Israel Defense Ministry ) के दफ्तर में सुबह 7.40 मिनट का वक्त हुआ था...वहां मौजूद हर शख्स सांसे रोके बैठा था...क्योंकि इजराइल के फाइटर जेट्स जॉर्डन के आसमान की ओर उड़ चुके थे...मोशे और उनके कमांडरों की रणनीति ये थी कि दुश्मन को सोचने का वक्त भी न मिले और वे अपने लक्ष्य को हासिल कर लें और ये लक्ष्य था इजिप्ट, जॉर्डन, इराक और सीरिया के तकरीबन 400 से ज्यादा फाइटर जेट्स को जमीन पर ही नष्ट कर देने का.
इजराइल का ये हमला इतना अचानक था कि ये सभी देश भौंचक्के रह गए... एक दिन के अंदर ही अकेले मिस्र ने अपने 300 विमान खो दिए थे. इसके साथ ही सीरिया के 60, जॉर्डन के 35 और इराक़ के 16 विमान भी मार गिराए गए थे. दूसरी तरफ इजराइल की 400 विमानों की वायुसेना के मात्र 19 विमान ही नष्ट हुए थे...हालात ऐसे थे जैसे की इजराइल के लड़ाकू विमान टारगेट प्रैक्टिस कर रहे हों...क्योंकि इस हमले में इन सभी अरब देशों के अधिकांश विमान जमीन पर खड़े-खड़े ही नष्ट हो गए थे.
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दरअसल, इजराइली वायुसेना इन हमलों की तैयारी कई वर्षों से कर रही थी. इस उद्देश्य के लिए उन्होंने मिस्र, जॉर्डन और सीरिया के हवाई अड्डों की पूरी तस्वीर प्राप्त करने के लिए सैकड़ों जासूसी मिशन भेजे थे..इनकी मदद से उन्होंने अरब वायुसेना के सभी ठिकानों को पहले से समझ लिया था.
बहरहाल अचानक हुए इस हमले की वजह से मिस्र, जॉर्डन, इराक, कुवैत, सीरिया, सऊदी अरब, सूडान और अल्जीरिया की संयुक्त सेना की कमर टूट गई...मजबूरी में 10 जून 1967 को सीरिया में इन देशों ने इजराइल के साथ युद्ध विराम का समझौता किया...इसी तारीख के बाद से यरुशलम पर इजराइल का विवादित कब्जा हो गया और अब तक इन सभी अरब देशों ने इजराइल से राजनियक संबंध स्थापित नहीं किए हैं...ये अलग बात है कि बीते कुछ महीनों से करीब 4 अरब देशों के साथ इजराइल की औपचारिक तौर पर बातचीत शुरू हो गई है.
1246: नसीरुद्दीन मुहम्मद शाह प्रथम दिल्ली का शासक बना
1946: राजशाही खत्म होने के बाद इटली गणतांत्रिक राष्ट्र बना.
1966: वायु सेना के लड़ाकू विमान 'मिग' का महाराष्ट्र के नासिक से उत्पादन शुरू
1986: भारत ने इंग्लैंड को 5 विकेट से हराकर लॉर्ड्स में पहली टेस्ट जीत दर्ज की
2002: पाकिस्तान ने विश्व की दूसरी सबसे ऊँची चोटी के -2 का नाम बदलकर 'शाहगौरी' कर दिया