यूक्रेन मुद्दे ( Ukraine Conflict ) पर रूस और पश्चिमी देशों में तनाव के बीच जर्मन चांसलर ओलाफ शॉल्त्स ( German Chancellor Olaf Scholz ) मंगलवार को मॉस्को पहुंचे. जर्मन चांसलर शॉल्त्स के दौरे से पहले यूक्रेन से सटे रूस के हिस्से में कुछ सैनिक दस्ते अपने बेस में लौट गए, हालांकि इससे पहले उन्होंने ड्रिल की.
जर्मन चांसलर का यह दौरा व्लादिमीर पुतिन ( Vladimir Putin ) से मिलकर किसी भी संभावित युद्ध की स्थिति को टालने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है. जर्मन चांसलर ओलाफ शॉल्त्स, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बातचीत करेंगे.
रूस ने अपने पड़ोसी देश यूक्रेन की तीन तरफ से घेराबंदी कर रखी है. रूस, यूक्रेन को पश्चिमी देशों के सैन्य संगठन नाटो में शामिल करने की कोशिशों से नाराज है. सोवियत संघ के विघटन से पहले यूक्रेन उसका हिस्सा था.
भारत में भी हलचल
रूस-यूक्रेन संकट ( Ukraine Conflict ) के बीच भारत में यूक्रेन के राजदूत इगोर पोलिखा का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि यूक्रेन कठिन परिस्थिति का सामना कर रहा है लेकिन वहां हालात गंभीर नहीं है. उन्होंने भारतीय छात्रों को वापस बुलाए जाने की अडवाइजरी पर कहा कि जल्दबाजी की जरूरत नहीं है. उन्होंने भारत के कुछ चैनलों से अपील की है कि वे यूक्रेन-रूस के मुद्दे को बढ़ा-चढ़ाकर पेश न करें. यूक्रेन में बीस हजार भारतीय छात्र हैं.
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