Srilanka Economic Crisis: आर्थिक संकट की मार झेल रहे श्रीलंका (Sri lanka) की मदद के लिए कई देश आगे आए हैं...लेकिन इसमें सबसे आगे भारत की भूमिका मानी जा रही है, जो अपने पड़ोसी देश को इस संकट से उबारने के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है. अनाज से लेकर दवाइयां तक मुहैया करवा रहा है. इस मदद के लिए श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickremesinghe) ने भारत का आभार (praised India) जताया है.
विक्रमसिंघे ने ट्वीट (Tweet) कर कहा कि मैंने भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से बात की है. उन्होंने इस कठिन समय के दौरान भारत की ओर से दिए गए समर्थन और सहायता की सराहना की. मैं दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने की आशा करता हूं.
उन्होंने एक और ट्वीट में कहा कि वह श्रीलंका की मदद के लिए एक विदेशी सहायता समूह की स्थापना के संबंध में ‘क्वाड’ सदस्यों के प्रस्ताव पर भारत और जापान के सकारात्मक रूख के लिए उनके आभारी हैं.
बता दें कि भारत ने इस संकट की घड़ी में श्रीलंका को 25 टन जरूरी दवाइयां सौंपीं हैं. जिनकी कीमत 26 करोड़ श्रीलंकाई रुपये है. कोलंबो स्थित भारतीय उच्चायोग ने एक ट्वीट में यह जानकारी दी. साथ ही श्रीलंकाई मछुआरों के लिए भारत की तरफ से केरोसिन भी लाया गया है.
4 बार पीएम रह चुके हैं विक्रमसिंघे
श्रीलंका के चार बार प्रधानमंत्री रह चुके विक्रमसिंघे को अक्टूबर 2018 में तत्कालीन राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना ने प्रधानमंत्री पद से हटा दिया था. हालांकि दो महीने बाद ही सिरीसेना ने उन्हें इस पद पर बहाल कर दिया था. विक्रमसिंघे को दूरदृष्टि वाली नीतियों के साथ अर्थव्यवस्था संभालने वाले नेता के तौर पर जाना जाता है.