भारतीय मूल (Indian origin) की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री (American astronaut) सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) एक बार फिर अंतरिक्ष में उड़ान भरने के लिए तैयार हैं. इस बार बोइंग के कैप्सूल (mission Boeing Starliner) से सुनीता अंतरिक्ष में जाएंगी. अगर ये मिशन कामयाब हुआ तो नासा भी स्पेस टूरिज्म शुरू कर सकता है. बोइंड स्टारलाइनर कैलिप्सो इंसान को अंतरिक्ष में ले जाने वाला पहला स्पेस स्टेशन होगा. नासा ने जुलाई 2022 में मिशन बोइंग स्टारलाइनर की घोषणा की थी, लेकिन कोरोना के चलते इसे टाला गया. इस मिशन के लिए सुनिता विलियम्स और बुच विल्मोर 13 अप्रैल के बाद उड़ान भरेंगे. सुनीता की अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए लंबी अवधि का ये तीसरा मिशन होगा. मिशन का नेतृत्व बुच विल्मोर करेंगे. सुनीता भी मिशन के लिए ट्रैनिंग ले रही हैं.
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अंतरिक्ष यान और बोइंग स्टारलाइनर बहुत अलग होते हैं. अंतरिक्ष यान अपनी कक्षा में लंबे समय तक रह सकता है, जबकि बोइंग स्टारलाइनर के पास अपनी कक्षा में कम समय होता है. बोइंग स्टारलाइनर अंतरिक्ष में उपकरण, दूसरे ग्रह के लिए सामान ले जा सकता है जो अंतरिक्ष यान नहीं कर पाता.