Ukraine peace agreement: यूक्रेन में शांति को लेकर आयोजित किए गए स्विट्जरलैंड शिखर सम्मेलन के लिए जारी साझा बयान से भारत ने खुद को अलग रखा है. स्विट्जरलैंड में आयोजित शांति सम्मेलन में शामिल हुए विदेश मंत्रालय के पश्चिमी सचिव पवन कपूर ने बताया कि भारत ने साझा बयान पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं. ऐसा कर भारत ने अपने पुराने दोस्त रूस का ख्याल रखा है. भारत के अलावा सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, थाईलैंड, इंडोनेशिया, मैक्सिको और संयुक्त अरब अमीरात उन देशों में शामिल थे, जिन्होंने यूक्रेन के लिए शांति पर आयोजित शिखर सम्मेलन में भाग लिया लेकिन अंतिम विज्ञप्ति पर हस्ताक्षर नहीं किए. इस सम्मेलन में 90 से ज्यादा देशों ने हिस्सा लिया. स्विट्जरलैंड सरकार ने भी रविवार को बताया कि भारत ने साझा बयान पर हस्ताक्षर नहीं किए है
शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) पवन कपूर ने संघर्ष पर भारत के रुख पर जोर देते हुए कहा, 'हमारे विचार में केवल वे विकल्प ही स्थायी शांति की ओर ले जा सकते हैं जो दोनों पक्षों को स्वीकार्य हों। इस दृष्टिकोण के अनुरूप, हमने इस शिखर सम्मेलन से निकलने वाले संयुक्त विज्ञप्ति या किसी अन्य दस्तावेज़ से जुड़ने से बचने का फैसला किया है।' सम्मेलन में भारत की उपस्थिति के बारे में बताते हुए कपूर ने कहा, 'हम यूक्रेन में स्थायी शांति प्राप्त करने के लिए सभी गंभीर प्रयासों में योगदान देने के लिए सभी हितधारकों के साथ-साथ संघर्ष के दोनों पक्षों के साथ बातचीत जारी रखेंगे'