Russia-Ukraine crisis: रूस के साथ भारत (India) की दोस्ती अमेरिका (America) को रास नहीं आ रही है. अमेरिका ने कहा कि रूसी ऊर्जा (crude oil) और अन्य वस्तुओं का आयात (Import) बढ़ाना भारत के हित में नहीं है. भारत को सलाह देते हुए व्हाइट हाउस (White house) की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि हम नहीं मानते कि रूस से तेल और अन्य वस्तुओं के आयात में तेजी लाना या बढ़ाना भारत के हित में है. अभी, भारत के कुल तेल आयात का केवल एक से दो फीसदी हिस्सा रूस से लिया जाता है.
भारत द्वारा रूसी तेल के आयात पर एक सवाल के जवाब में साकी ने कहा कि अमेरिका उम्मीद करता है कि दुनिया भर के हर देश को उन प्रतिबंधों का पालन करना चाहिए, जो हमने रूस पर घोषित किए थे. उन्होंने कहा कि रूस से तेल आयात करने का निर्णय किसी भी देश का खुद का निर्णय है, भले ही हमने इसे रोकने का फैसला किया है और अन्य देशों ने भी तेल आयात पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है.
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बता दें हाल ही में भारत को रूस से सस्ते तेल का ऑफर मिला था. भारत ने भी उस ऑफर को स्वीकार किया है और रूस से तेल खरीदने की तैयारी है. भारत के इस फैसले की पश्चिमी देश आलोचना कर रहे हैं.
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