अमेरिका में हुए मिड टर्म इलेक्शन (Mid Term Election) में डेमोक्रेटिक पार्टी (Democratic Party) ने सीनेट पर एक बार फिर कब्जा जमा लिया है. रिपब्लिकन पार्टी (Republican Party) की सारी उम्मीदें इलेक्शन रिजल्ट के साथ ही धराशायी हो गई हैं. खबरों के मुताबिक, पश्चिमी अमेरिका के नेवादा (Nevada) शहर से प्रेसिडेंट जो बाइडेन की डेमोक्रेटिक पार्टी की कैंडिडेट कैथरीन कोर्ट्ज मस्टो (Catherine Cortez Masto) ने जीत दर्ज की है. उम्मीदवार मस्टो ने ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के कैंडिडेट एडम लैक्साल्ट (Adam Laxalt) को बेहद कड़े मुकाबले में पटखनी दे दी.
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आपको बता दें, अमेरिका में मिड टर्म इलेक्शन यानी मध्यावधि चुनाव के लिए बीते 8 नवंबर को वोट डाले गए थे. अब लैक्साल्ट मिड टर्म चुनाव में हारने वाले उन प्रत्याशियों की सूची में शामिल हो गए हैं, जिन्हें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का खुला समर्थन था.
नेवादा से कैथरीन कोर्ट्ज मस्टो की जीत के बाद अब सीनेट में डेमोक्रेट्स की संख्या 50 से ज्यादा हो गई है. वर्तमान में सीनेट में रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स के 50-50 सीनेटर हैं. अगर डेमोक्रेटिक सीनेटर राफेल वार्नोक (Raphael Warnock) 6 दिसंबर को जॉर्जिया के चुनाव (runoff election) में रिपब्लिकन हर्शल वॉकर (Herschel Walker) को हराने में कामयाब हो जाते हैं तो डेमोक्रेट्स का बहुमत 51-49 का हो जाएगा. इलेक्शन के बाद नवनिर्वाचित सीनेट को 3 जनवरी को शपथ दिलाई जाएगी.
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बता दें कि दुनियाभर में जारी उथल-पुथल के बीच अमेरिका कई तरह की समस्याओं से जूझ रहा है. लेकिन इस बार चुनाव में महंगाई और गर्भपात के अलावा अपराध, इमिग्रेशन और गन पॉलिसी भी काफी अहम मुद्दे रहे. अमेरिका बीते 40 साल में सबसे अधिक महंगाई की मार झेल रहा है.