रुस-यूक्रेन जंग के बीच अमेरिका ने नई इंटरकॉन्टिनेंटल मिसाइल (Intercontinental ballistic missile) को दुनिया के सामने पेश किया है. यह मिसाइल परमाणु बम ले जाने में सक्षम है और पुरानी पड़ चुकी LGM-30G मिनटमैन III मिसाइल की जगह लेगी. अमेरिका ने इस मिसाइल का नाम LGM-35A सेंटिनल रखा है. अमेरिका ने इस मिसाइल को ऐसे समय पर बनाया है जब वॉशिंगटन के धुर विरोधी देश रूस, चीन और उत्तर कोरिया बड़े पैमाने पर महाविनाशक मिसाइलों का निर्माण कर रहे हैं. अमेरिका के इस कदम से रणनीतिक प्रतिरोधक क्षमता बनी रहेगी. साथ ही 1970 के दशक की मिनटमैन मिसाइल को आधुनिक बनाने से कम कीमत में इस नई मिसाइल को तैयार किया जा सकेगा.
मिनटमैन मिसाइल पिछले 50 साल से अमेरिकी हथियारों के जखीरे की शान रही है. नई सेंटिनल मिसाइल (Sentinel missile) में पूरी तरह से एकीकृत लॉन्च और फ्लाइट सिस्टम है जो अत्याधुनिक कमांड एंड कंट्रोल क्षमता से लैस है. यह मिसाइल साल 2029 से मिनटमैन की जगह पर सेवा में आ जाएगी और साल 2070 के दशक तक यह सेवा में बनी रहेगी. इस नई मिसाइल को शामिल करने पर कुल 100 अरब डॉलर का खर्च आएगा.
ये भी पढ़ें: Covid Vaccine Booster Dose: 18+ वालों को कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज लगेगी, ये हैं शर्तें