रूस-यूक्रेन की जंग को लेकर दुनिया में हालात बदलते दिखाई नहीं दे रहे हैं. जंग की भयावहता हर दिन और भी बढ़ती ही दिखाई दे रही है. रूस यूक्रेन की जंग से जुड़ी बड़ी जानकारी आप तक पहुंचाने के मकसद से हम इससे जुड़े 15 अपडेट लेकर आए हैं-
यूक्रेन के मारियुपोल शहर पर रूस ने दो सुपर पावरफुल बमों से हमला किया. ख़बर है कि मारियुपोल में करीब दो लाख लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित हो गए हैं और हर ओर हाहाकार मचा हुआ है.
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गुरुवार को रूस-यूक्रेन युद्द पर NATO की बैठक हुई. माना जा रहा है कि इस मीटिंग में रूस पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही यूक्रेन में शांति सेना भेजने पर चर्चा की गई.
NATO ने अनुमान जताया है कि करीब एक महीने से जारी जंग में यूक्रेन ने रूस के 7,000 से 15,000 सैनिकों को मार गिराया है. नाटो के मुताबिक मॉस्को के जीत के इरादों को यूक्रेन ने विफल कर दिया.
रूस-यूक्रेन में जारी जंग के बीच ब्रिटेन ने यूक्रेन को 6 हजार मिसाइल देने का फैसला किया है. BBC की रिपोर्ट की मानें तो यूक्रेन के सैनिकों और पायलटों को ब्रिटेन चार करोड़ डॉलर की मदद देगा. यूक्रेन की शक्ति बढ़ाने के लिए NATO और G-7 नेताओं की बैठक में सहमति बन सकती है.
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अमेरिका ने रूस को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर रूस, यूक्रेन के खिलाफ परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करता है तो अमेरिका भी युद्ध के मैदान में उतर सकता है. 'न्यू यॉर्क टाइम्स' के हवाले से कीव इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के मुताबिक अगर रूस नाटो क्षेत्रों में काफिले पर हमला करता है तो उसे अमेरिका की तरफ से करारा जवाब दिया जाएगा.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन शुक्रवार को पोलैंड की यात्रा करेंगे और माना जा रहा है कि इस दौरान वो यूक्रेनी शरणार्थियों के लेकर कोई बड़ी घोषणा कर सकते हैं. ख़बर है कि बाइडेन पोलैंड को रूस की जगह G-20 में शामिल होने का न्योता दे सकते हैं.
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक रूसी राष्ट्रपति पुतिन के सीनियर एवाइजर एंतोली चुबाइस ने यूक्रेन पर हमलों का विरोध करते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया.
जासूसी के आरोप लगाते हुए पोलैंड ने 45 रूसी राजनयिकों को देश से निकाल दिया है. इन सभी राजनयिकों पर सुरक्षा एजेंसी के इनपुट के बाद कार्रवाई की गई.
अमेरिका के दावों पर पलटवार करते हुए रूस के राष्ट्रपति ऑफिस के प्रवक्ता दिमीत्री पेसकोव ने कहा कि यूक्रेन में युद्ध हमारी योजना के मुताबिक ही चल रहा है और रूस अस्तित्व पर खतरा होने की स्थिति में ही परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेगा.
यूक्रेन की राजधानी कीव पर घेराबंदी की कोशिशों के मद्देनजर रूस ने हमले तेज कर दिए हैं. कीव के मेयर विटाली क्लिट्स्को ने कहा कि कीव में 264 नागरिकों की रूसी हमलों में मौत हुई है लेकिन हमने सरेंडर करने की बजाय हर इमारत की रक्षा करने की ठानी है.
बुधवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने रूस के आक्रमणों को रोकने के लिए दुनिया भर के नागरिकों से सड़कों पर उतरने का आग्रह किया. हालांकि, रूस ने अबतक युद्ध में मारे गए अपने सैनिकों की संख्या नहीं बताई है.
अमेरिका के 20 सासंदों ने राष्ट्पति जो बाइडेन को पत्र लिखा जिसमें कहा गया कि यूक्रेन में जहा भी संभव हो नागरिकों को बचाना अमेरिका की नैतिक जिम्मेदारी है. इस पत्र में आग्रह किया गया कि यूक्रेन में मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए भारत, ब्राजील, मिस्त्र और UAE जैसे देशों से संपर्क किया जाए साथ ही इन देशों से पायलट मांगने का आग्रह किया गया.
रूस को चीन के समर्थन की बानगी तब दिखी जब चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेंबिन ने कहा कि G-20 अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का प्रमुख मंच है और रूस इसका एक महत्वपूर्ण सदस्य है. किसी भी सदस्य को इस ग्रुप से रूस को निष्कासित करने का अधिकार नहीं है.
संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि यूक्रेन से करीब 33 लाख लोग पलायन कर चुके हैं और तमाम दौर की वार्ताओं के बाद भी कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकल रहे हैं.
यूक्रेन के ओडेसा में रूस आवासीय भवनों पर लगातार हमले कर रहा है जिसकी जानकारी वहां के अधिकारियों ने दी. कीव के मेयर ने बताया कि इरपिन का लगभग पूरा हिस्सा पहले से ही यूक्रेनी सैनिकों के कब्जे में है.