फ्रांस में 17 साल के किशोर की हत्या के बाद हिंसक प्रदर्शन लगातार तीसरे दिन भी जारी रहा. कई जगहों से तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आईं. वहीं कई जगह स्कूल, लाइब्रेरी से लेकर बैंक तक में आगजनी की गई है.
इस घटना में 200 से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों के घायल होने की खबर है. परिस्थितियों को देखते हुए फ्रांस में पुलिस ने 667 दंगाइयों को रातोंरात गिरफ्तार किया. दरअसल, बीते मंगलवार को फ्रांस की राजधानी पेरिस के उपनगर नानतेरे में ट्रैफिक नियम तोड़ने पर पुलिसकर्मी ने एक किशोर को गोली मार दी थी, जिससे उसकी मौत हो गई. किशोर को पॉइंट ब्लैंक रेंज से सीने में गोली मारी गई.
पहले पुलिस ने बताया कि किशोर ने पुलिसकर्मियों पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की, जिस पर पुलिस ने गोली चलाई. हालांकि घटना का वीडियो सामने आने के बाद साफ हो गया कि पुलिस झूठ बोल रही है. इससे लोगों का गुस्सा भड़क गया.
गुस्साए लोगों ने पथराव आगजनी शुरू कर दी. कई वाहनों में आग लगा दी गई. नानतेरे शहर में प्रदर्शनकारियों ने आतिशबाजी की जिससे जगह-जगह आग लग गई. यह हिंसा देश के अलग-अलग हिस्सों में फैल गई है. बसों में आग लगा दी गई है. फ्रांस के दक्षिणी शहर तोलाउस में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच पथराव हुआ.
पुलिस ने 31 लोगों को हिंसा के आरोप में गिरफ्तार किया है. हिंसा की घटनाओं में 24 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और कई पेरिस उपनगरों में 40 कारों में आग लगा दी गई.
पुलिसकर्मी द्वारा किशोर की गोली मारकर हत्या करने की निंदा हो रही है. कई सेलिब्रिटी ने घटना पर दुख जताया है. सरकार ने भी अपने बयान में सुरक्षाबलों की ही आलोचना की है. राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां ने कहा कि किशोर की हत्या अस्वीकार्य और अक्षम्य है. इस हत्याकांड को किसी भी तरह से न्यायोचित करार नहीं दिया जा सकता.