पिछले कुछ दशकों में भारत तकनीक की दुनिया में एक प्रमुख शक्ति के रूप में उभरा है. वहीं देश के IT Sectors ने नई ऊंचाइयों को छुआ है. भारतीय मूल के कई लोगों ने तकनीकी दुनिया की कुछ सबसे बड़ी कंपनियों का कार्यभार संभालकर उनकी प्रतिष्ठा को मजबूत किया है. भारत आजादी के 75वें साल में है, तो आइए हम भारतीय मूल के 5 ऐसे लोगों पर नजर डालते हैं जो दुनिया की बड़ी दिग्गज कंपनियों को लीड कर रहे हैं और देश को गौरवान्वित कर रहे हैं.
सुंदर पिचाई- CEO, Google और Alphabet
सुंदर पिचाई (Sundar Pichai) का जन्म तमिलनाडु के मदुरै में हुआ था. उन्होंने IIT मद्रास से metallurgical इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. उसके बाद स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से MS किया और फिर पेन्सिलवेनिया यूनिवर्सिटी के मशहूर व्हार्टन स्कूल से MBA.
पिचाई 2004 में गूगल में शामिल हुए, जहां उन्होंने Chrome, Chrome OS, Google Drive, Gmail, Google Maps जैसे उत्पादों के लिए प्रोडक्ट मैनेजमेंट और इनोवेशन टीमों को लीड किया. सुंदर पिचाई को एंडी रुबिन के बाद पूरे Android कारोबार का जिम्मा दे दिया गया.
2015 में पिचाई को Google का CEO नियुक्त किया गया था, क्योंकि संस्थापक सर्गेई ब्रिन और लैरी पेज मूल कंपनी अल्फाबेट इंक में चले गए थे. फिर 2019 में सुंदर पिचाई ने Alphabet Inc के CEO के रूप में भी पदभार संभाल लिया.
साल 2016 और 2020 में सुंदर पिचाई को TIME मैगजीन ने दुनिया के 100 सबसे प्रभावी लोगों की फेहरिस्त में शामिल किया था.
सत्य नडेला- चेयरमैन और CEO, Microsoft
सत्य नडेला (Satya Nadella) का जन्म हैदराबाद में हुआ था, जो अब तेलंगाना में है. Manipal Institute of Technology से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद, वह कंप्यूटर साइंस में MS करने के लिए अमेरिका चले गए. और बाद में यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो बूथ स्कूल ऑफ बिजनेस से MBA किया.
नडेला 1992 में Microsoft से जुड़े, जहां उन्होंने उन प्रोजेक्ट को लीड किया जिनमें कंपनी का क्लाउड कंप्यूटिंग में कदम शामिल था. Microsoft में सत्य नडेला को जल्दी ही एक ऐसे leader के रूप में जाना जाने लगे, जो Microsoft की कुछ सबसे बड़े प्रोडक्ट को बदलने के लिए टेक्नोलॉजी और बिजनेस का विस्तार कर सकता है. 2011 में सत्य को Microsoft में सर्वर एंड टूल्स डिवीजन का President बनाया गया.
2014 में सत्य नडेला ने संस्थापक बिल गेट्स और स्टीव बाल्मर की भूमिका के बाद कंपनी के तीसरे CEO के रूप में पदभार संभाला. 2018 में TIME ने उन्हें 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की लिस्ट में जगह दी थी, तो 2019 में फाइनेंशियल टाइम्स ने उन्हें पर्सन ऑफ द ईयर चुना था.
अंजली सूद - CEO, Vimeo
अंजलि सूद (Anjali Sud) का जन्म अमेरिका के डेट्रॉइट में एक भारतीय कपल के घर हुआ था, जो पंजाब से अमेरिका जाकर बस गए थे. अंजलि ने 2005 में पेन्सिलवेनिया यूनिवर्सिटी के व्हार्टन स्कूल से BSC किया. इसके बाद उन्होंने 2011 में हार्वर्ड से MBA किया. 2014 में उन्होंने Vimeo में मार्केटिंग डायरेक्टर का पद संभाला. घाटे में चल रही कंपनी को अंजली सूद ने बुलंदी तक पहुंचा दिया है. साल 2017 से अंजलि ऑनलाइन वीडियो प्लैटफॉर्म Vimeo की CEO हैं.
Vimeo एक वीडियो स्ट्रीमिंग प्लैटफॉर्म है. मौजूदा समय में इसके करीब 200 मिलियन यानी लगभग 20 करोड़ यूजर्स हैं. आज Vimeo 1 अरब डॉलर से भी अधिक की कंपनी बन चुकी है. इसकी शुरुआत 2004 में जैक लॉडविक और जैच क्लेन ने की थी. अंजली सूद ने Time Warner और Amazon जैसी कंपनियों में फाइनेंस, मीडिया और ई-कॉमर्स के पदों पर भी काम किया है.
अंजली सूद को Fortune के अंडर 40 बिजनेस लीडर्स की सूची में शामिल किया गया है, और वो World Economic Forum की एक नामित यंग ग्लोबल लीडर हैं.
अरविंद कृष्णा- चेयरमैन और CEO, IBM
अरविंद कृष्णा (Arvind Krishna) का जन्म आंध्र प्रदेश के पश्चिम गोदावरी जिले में हुआ था. अरविंद ने स्कूल लेवल की सारी पढ़ाई देहरादून से की. इसके बाद IIT-कानपुर से बैचलर ऑफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की. फिर वो यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनोए से Ph.D. किया. 1990 में Ph.D. खत्म करने के साथ-साथ उन्होंने IBM जॉइन कर लिया था.
अरविंद कृष्णा 1990 में IBM रिसर्च में शामिल हुए, जहां उन्हें 2015 में Senior vice President नियुक्त किया गया. बाद में वह IBM के क्लाउड और कॉग्निटिव सॉफ्टवेयर डिवीजन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बने.
अरविंद कृष्ण ने AI, cloud, quantum computing और blockchain जैसे IBM प्रोडक्ट्स के लिए नए बाजारों के निर्माण और विस्तार का नेतृत्व किया. Red Hat के एक्विजीशन में उनका बेहद अहम रोल रहा था. उन्हें अप्रैल 2020 में IBM का CEO बनाया गया और फिर जनवरी 2021 में वो कंपनी के चेयरमैन भी बन गए.
शांतनु नारायण- चेयरमैन, प्रेसिडेंट और CEO, Adobe Inc
शांतनु नारायण (Shantanu Narayen) हैदराबाद में पले-बढ़े और उस्मानिया विश्वविद्यालय से electronics and communication में इंजीनियरिंग की. उन्होंने आगे अमेरिका के ओहायो की Bowling Green State University से कंप्यूटर साइंस में MS किया. शांतनु नारायण ने 1993 में कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के Haas School of Business, Berkley से MBA किया.
Apple में सीनियर मैनेजमेंट पदों पर काम करने के बाद, नारायण 1998 में Adobe में senior vice-president के रूप में शामिल हुए. 2005 में शांतनु नारायण को Adobe का President और CEO नियुक्त किया गया था, तब से वह इस पद पर बने हुए हैं.
एक CEO के रूप में नारायण ने डेस्कटॉप से क्लाउड-आधारित ऐप्स में Photoshop और Premiere Pro समेत कंपनी के मीडिया निर्माण सूट के बदलाव को देखा है. 2018 में नारायण के साथ Adobe ने मार्केट कैप में $ 100 बिलियन को पार कर लिया और पहली बार फॉर्च्यून 400 की लिस्ट में शामिल हुई. बराक ओबामा ने उन्हें अपने मैनेजमेंट बोर्ड में शामिल किया था. 2019 में उन्हें भारत सरकार ने पद्म श्री से सम्मानित किया था.