पूर्वी लद्दाख में चीन के रवैये की वजह से भारत और चीन के बीच रिश्तों में तनाव बरकरार है और चीन की ओर से इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण भी लगातार हो रहा है. इसी के मद्देनजर भारत अब ड्रोन्स, सेंसर्स, टोही विमान जरिए चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की हरकतों पर पहले से ज्यादा पैनी नजर रखने की योजना बना रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ऊंचाई वाले इलाकों पर नजर बनाए रखने के लिए छोटे-छोटे ड्रोनों से लेकर काफी दूर तक निगरानी में सक्षम कैमरों और दूर से संचालित होने वाले एयक्राफ्ट सिस्टम से निगरानी क्षमता बढ़ाने की योजना है. साथ ही, इजराइल से तीन से चार हेरॉन यूएवी को लीज पर लेने की भी बात चल रही है. इसके अलावा, वायुसेना के लिए हैरॉप कमिकेज अटैक ड्रोन भी खरीदे जाने हैं.