केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन के बाद अब डोमेस्टिक BPO कंपनियां (BPO companies ) दुनियाभर में अपनी सेवाएं (provide services worldwide) दे सकेंगी जिससे रोजगार के अवसर पैदा होंगे. दरअसल, सरकार ने अन्य OSP से जुडे़ नियमों को आसान करने के साथ ही डोमेस्टिक और इंटरनेशनल रिस्ट्रिकशन्स को भी खत्म कर दिया है. सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के मुताबिक अब BPO 10 फीसदी से ज्यादा तेजी से वृद्धि करेगा और 2025 तक BPO बाजार करीब 3.9 लाख करोड़ रुपये का होगा.
BPO कंपनियां दुनिया में कहीं भी इलेक्ट्रॉनिक एक्सचेंज स्थापित कर दुनियाभर के ग्राहकों को अपनी सर्विस दे सकेंगी. सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बताया कि ये बदलाव इसलिए किए गए हैं ताकि भारत को इंटनेशनल BPO मार्केट में ज्यादा अवसर मिल सकें. कोरोना महामारी के दौरान भी BPO मार्केट ने राजस्व में योगदान दिया और बड़े पैमाने पर रोजगार दिया.