गूगल-फेसबुक जैसी बड़ी कंपनियों को विज्ञापनों (advertisements) से होनेवाले फायदे (profit) का एक हिस्सा भारतीय मीडिया को भी मिलना चाहिए. बीजेपी सांसद सुशील मोदी (Sushil Modi) ने बुधवार को राज्यसभा में ये मांग उठाई. उन्होंन प्रिंट मीडिया और टेलीविजन चैनलों की आर्थिक स्थिति का मामला उठाते हुए कहा कि यह क्षेत्र अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है. ऐसे में ऑस्ट्रेलिया की तर्ज पर भारत में भी ऐसा कानून बने जिससे फेसबुक और गूगल (Google-Facebook) जैसी कंपनियों को विज्ञापन से मिलने वाले राजस्व का हिस्सा भारतीय मीडिया (media) को भी मिले, और इस क्षेत्र को आर्थिक संकट से उबारा जा सके. इसी मुद्दे से एबीपी न्यूज चैनल से बात करते हुए सुशील मोदी ने कहा कि प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के लोग करोड़ों रुपये खर्च कर न्यूज कलेक्ट करते हैं और गूगल बिना भुगतान किए उसी न्यूज का इस्तेमाल कमाई कर रहा है.