एक नई स्टडी के अनुसार, 10 से 60 की उम्र में होने वाले 10 प्रतिशत हार्ट डिसीज़ के केसेस को रोका जा सकता है और इसका एक साधारण सा तरीका है शरीर में आयरन की कमी को पूरा करना. स्टडी के नतीजे यूरोपियन सोसाइटी ऑफ़ कार्डियोलॉजी के जर्नल ESC हार्ट फेलियर में प्रकाशित किये गए हैं.
इस रिसर्च में 59 साल की औसत उम्र के 12,164 लोगों को शामिल किया गया जिसमें 55 प्रतिशत महिलाएं थी. अध्ययन के दौरान कार्डिवस्कुलर बीमारियों से जुड़े रिस्क फैक्टर्स जैसे स्मोकिंग, मोटापा, डायबिटीज़ और कोलेस्ट्रॉल को क्लिनिकली चेक किया गया.
स्टडी में पाया गया कि अधेड़ उम्र के लोगों में आयरन की कमी आम रूप से देखी गई. स्टडी में शामिल लोगों के स्वास्थ्य पर 13 साल 3 महीनों तक नज़र रखी गई. इस दौरान 2,212 (18.2%) लोगों की मौत हुई जिनमें से 573 (4.7%) लोगों की मौत कार्डिवस्कुलर कारणों, 1,033 (8.5%) की कोरोनरी हार्ट डिसीज़ और 766 (6.3%) लोगों की मौत स्ट्रोक की वजह से हुई.