मध्य प्रदेश के स्कूलों में रामायण की पाठ के बाद अब बीजेपी बिहार में भी इस मांग को उठा रही है. बिहार सरकार में श्रम मंत्री जिवेश मिश्रा ने कहा है कि श्री राम का चरित्र लोगों तक पहुंचे और हमारी युवा पीढ़ी भी इसे जाने इसके लिए अगर रामचरितमानस और रामायण को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए, तो क्या हर्ज है.
बीजेपी की इस मांग पर JDU ने जवाब दिया है. पार्टी के प्रवक्ता और पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि संविधान में सभी धर्मों के सम्मान की बात कही गई है. पाठ्यक्रम तय करना BSEB का काम है. ऐसे में इसपर राजनीति ना की जाए. उधर AIMIM के विधायक और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने कहा है कि रामचरितमानस ही क्यों कुरान शरीफ की भी पढ़ाई होनी चाहिए.