WhatsApp प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर हो रहे विवाद पर अब जूही चावला ने अपनी राय दी है. एक फेसबुक पोस्ट में एक कोट के हवाले से उन्होंने लिखा, "जब कुछ फ्री होता है तो इसकी कीमत अपनी फ्रीडम से चुकानी पड़ती है." इसके आगे उन्होंने साउथ अफ्रीका के मानवाधिकार के सबसे बड़े चेहरों में शामिल डेसमंड टूटू को कोट करते हुए लिखा, "जब मिशनरीज़ अफ्रीका में आईं तो उनके हाथों में बाइबिल और हमारे पास ज़मीन थी. उन्होंने हमसे प्रार्थना के नाम पर आंखें बंद करवा लीं. जब आंखें खुलीं तो उनके पास हमारी ज़मीन और हमारे हाथों में बाइबिल थी." जूही ने इसी का हवाला देते हुए कहा कि फ्री होने का वादा करके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स ने हमारी आंखें बंद करवा दीं और जब आंखें खुलीं तो WhatsApp और Facebook के हाथों में सबकी फ्रीडम चली गई.