Kabul airport blast: गुरुवार शाम को काबुल एयरपोर्ट के बाहर हुए 2 बड़े फिदायीन हमलों में अब मरने वालों की संख्या 100 से ज्यादा बताई जा रही है, जबकि 150 से अधिक घायल बताए जा रहे हैं. रॉयटर्स के मुताबिक मरने वालों में सिर्फ अफगानियों की संख्या ही 95 है, जिनमें से करीबन 30 तो तालिबानी लड़ाके हैं. इनके अलावा 13 अमेरिकी सैनिक भी मारे गए हैं. बताया जा रहा है कि मौत का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है क्योंकि घायलों में से कईयों की हालत गंभीर है.
इससे पहले अमेरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटागन ने 13 अमेरिकी सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि की थी, जिनमें 12 अमेरिकी मरीन और एक नेवी का सैनिक है. बता दें कि गुरुवार को पहला धमाका बैरन होटल के नजदीक हुआ था जहां ब्रिटेन के सैनिक ठहरे हुए हैं. जब तक लोग कुछ समझ पाते दूसरा धमाका उस नहर के पास हुआ जहां बड़ी तादाद में अफ़ग़ान लोग एयरपोर्ट के भीतर जाने के लिए अपनी बारी का इंतज़ार कर रहे थे. धमाका हुआ तो कुछ लोग नहर के पानी में बह गए, जबकि बहुत सी लाशें भी वहां देखी गईं.
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बुधवार को ही अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया ने अपने काबुल स्थित नागरिकों के लिए चेतावनी जारी करके कहा था कि वे एयरपोर्ट की ओर ना जाएं क्योंकि यहां आंतकवादी गतिविधि होने की आशंका है. इस हमले की ज़िम्मेदारी इस्लामिक स्टेट-ख़ुरासान ने ली है जो इस्लामिक स्टेट समूह की अफ़गानिस्तान शाखा है. इस बीच काबुल एयरपोर्ट पर लोगों को बाहर निकालने का काम फिर से शुरू हो गया है. ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि काबुल में लोगों को देश से बाहर निकालने का ब्रितानी सेनाओं का अभियान अंतिम चरण में पहुंच गया है.
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