श्रीनगर का मशहूर ट्यूलिप गार्डन (Tulip Garden Srinagar) एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप बाग़ है. कोरोना महामारी के चलते एक साल से बंद इस इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन (Indira Gandhi Memorial Tulip Garden) को 25 मार्च से सैलानियों के लिए फिर से खोला गया है. इसकी खूबसूरती ऐसी है कि देश क्या दुनिया भर के टूरिस्ट इसके खुलने का इंतजार करते रहते हैं. तभी तो हर साल यहां लाखों सैलानी घूमने आते हैं.
आइये बताते हैं इस गार्डन की कुछ खास बातें. ये ट्यूलिप गार्डन 5,600 फीट की ऊंचाई पर जबरवान पहाड़ों की तलहटी में डल झील के किनारे है, एक तरफ पहाड़ तो दूसरी तरफ झील इसकी खूबसूरती में चार चांद लगा देते हैं. 30 हेक्टेयर में फैले इस गार्डन में इस बार 64 किस्म के 15 लाख ट्यूलिप लगाए गए हैं. इन 64 तरह के ट्यूलिप में से बहुत से कश्मीर के खास हैं तो कुछ विदेशों से भी मंगाए गए हैं. ये गार्डन दुनिया भर के ट्यूलिप गार्डन्स में 5वें नंबर पर है.
श्रीनगर का ये मशहूर ट्यूलिप गार्डन पहले सिराजबाग कहलाता था. दरअसल इस जमीन के मालिक थे सिराजुद्दीन मलिक, लेकिन 1947 के बंटवारे में वो पाकिस्तान चले गए और तब सरकार ने इसे अपने कब्जे में ले लिया. यहां हर साल अक्टूबर में ट्यूलिप बल्ब लगाए जाते हैं. अच्छी बर्फबारी से इनकी जड़ों और तनों में एक नई ताकत आ जाती है और ये बेहद खूबसूरत खिलते हैं. गार्डन के रखरखाव के लिए 100 से अधिक माली 6 महीने लगातार काम करते हैं. टूरिस्टों के अलावा ये बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग के लिए भी पसंदीदा जगह है.