मनोज बाजपेयी 23 अप्रैल को अपना 52वां जन्मदिन मना रहे हैं. मनोज (Manoj Bajpayee) को बचपन से ही सिनेमा का शौक लग गया था. अमिताभ बच्चन को पर्दे पर देखकर वो भी उनकी तरह अभिनय करना चाहते थे
मनोज बाजपेयी बताते हैं कि दिल्ली( Delhi) पहुंचने पर उन्होंने हिंदी और अंग्रेजी सीखी जिससे वो माहौल में फिट हो सकें. NSD से तीन बार रिजेक्ट होने पर उन्होंने आत्महत्या के बारे में भी सोचा था. उन्होंने कहा कि 'मैं उससे पहले कभी भी आत्महत्या (Suicide) के उतने करीब नहीं आया था. मेरे दोस्त डर गए थे. वो मेरे बगल में सोते और मुझे अकेला नहीं छोड़ते थे. उन्होंने मुझे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया.'
'उसी साल मैं एक नुक्कड़ चाय की शॉप पर था जब मैंने देखा कि मेरा दोस्त तिग्मांशु धूलिया अपनी खटारा स्कूटर पर आ रहा है. मेरी ओर देखा और बताया कि शेखर कपूर अपनी फिल्म बैंडिट क्वीन में मुझे कास्ट करना चाहते हैं. आखिरकार मैं तैयार था, मुंबई जाने के लिए.'